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सोना की ज्वेलरी खरीदने से पहले जान लीजिए आखिर कैसे तय होती हैं कीमत, क्या है इसके पीछे की गणित?

शादियों का सीजन बस कुछ ही दिनों में आने वाला है। दूसरी तरफ अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें आसमान छू रही है। ऐसे में अगर कोई सोने की खरीदारी करने की सोचता है तो सोने के दाम सुनकर उसके होश उड़ जाते हैं। दूसरी तरफ देश में विभिन्न त्योहारों में और खासकर शादियों के सीजन में सोने की खरीद फरोख्त जमकर होती है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक वर्ष 2021 में देश में सोने के आभूषणों की मांग 93% से बढ़कर 611 टन हो गई थी।

इसके बाद चौथी तिमाही में ये मांग 265 टन हो गई। भारत में ग्राहक कम कीमतों पर सोने की खरीदारी के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। ऐसे में अब किसी को ध्यान में रखते हुए पूरे विश्व में सस्ते आभूषणों का चलन बढ़ रहा है। ऐसे में अगर आप भी सोने की ज्वेलरी खरीदने की इच्छुक हैं तो। इन विकल्पों को अपनाकर आप सस्ती ज्वेलरी खरीद सकते हैं।

जानिए विकल्प के बारे में

सोना

आपको बता दें कि गोल्ड की प्योरिटी को कैरेट में मापा जाता है। 24 कैरेट की प्योरिटी वाला सोना सबसे शुद्ध माना जाता है मगर 24 कैरेट सोने से आभूषण का निर्माण नहीं किया जाता है। अगर 24 कैरेट के सोने से ज्वेलरी बना दी तो वह अधिक दिन टिकती नहीं है।

सोने की ज्वेलरी को मजबूती प्रदान करने के लिए इसमें चांदी, प्लेटटिनम और तांबा जैसी अन्य धातुओं का मिश्रण किया जाता है। कुछ समय पहले मार्केट में 22 कैरेट की ज्वेलरी की ही डिमांड रहती थी मगर अब विश्व भर में 12 कैरेट से लेकर 18 कैरेट के आभूषणों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

यहां देखिए 14 कैरेट गोल्ड की कीमत

सोना की ज्वेलरी खरीदने से पहले जान लीजिए आखिर कैसे तय होती हैं कीमत, क्या है इसके पीछे की गणित?

आपको बता दें कि 14 कैरेट की ज्वेलरी में 58.5 प्रतिशत प्योर गोल्ड होता है। वहीं इसमें 41.5 प्रतिशत अन्य धातुओं का मिश्रण मिलाया जाता है। यदि गोल्ड के रेट 56,000 प्रति 10 ग्राम हैं तो 14 कैरेट का गोल्ड 32, 666 रुपए के मूल्य में मिलना चाहिए।

खास बात यह है कि 14 कैरेट के सोने से आभूषणों का निर्माण आधुनिक तरीके से किया जाता है। और इसकी चमक भी 22 कैरेट कि सोने जैसी ही होती। ऐसे में कोई भी शख्स 22 कैरेट और 14 कैरेट के आभूषणों के बीच में फर्क नहीं कर सकता है।

इसलिए बढ़ रही है कम कैरेट वाले आभूषणों की मांग

सोना की ज्वेलरी खरीदने से पहले जान लीजिए आखिर कैसे तय होती हैं कीमत, क्या है इसके पीछे की गणित?

इस संबंध में एयर इंडिया के रिसर्च हेड डॉ रवि सिंह का कहना है कि 22 कैरेट के आभूषण खरीदने का विकल्प काफी महंगा हो गया है। कई दफा लोगों को त्यौहार या फिर शादी के अलावा अन्य मौकों पर सामाजिक प्रथाओं के अनुरूप ज्वेलरी की खरीदारी करना आवश्यक होता है।

मगर सोने के महंगे दामों के चलते वे इसे नहीं खरीद सकते हैं। इस स्थिति में वे फिर कम कैरेट वाले आभूषणों की तरफ रुख करते हैं। इसलिए कम कैरेट वाली ज्वेलरी की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

ऐसे तय होते हैं दाम

सोना की ज्वेलरी खरीदने से पहले जान लीजिए आखिर कैसे तय होती हैं कीमत, क्या है इसके पीछे की गणित?

यदि किसी ने 22 कैरेट के आभूषणों की खरीदारी की है तो इसकी प्योरिटी 22/24 गुणा 100= 91.66 होगी। गोल्ड का रेट अगर प्रति 10 ग्राम ₹56000 है तो 22 कैरेट सोने का भाव 56000/24 गुणा 22 यानी 51,333 रुपए होगा। ठीक है ऐसे ही 20 कैरेट सोने का भाव 56000 /24 गुणा यानी 46,666 रुपए प्रति 10 ग्राम होगा।