आखिरकार दुबई में फंसे झारखंड के 26 मजदूरों की गुहार भारत सरकार ने सुन ली है। इन सभी मजदूरों की सकुशल भारत में वापसी हो चुकी है। बता दें कि झारखंड के गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग के रहने वाले ये 26 कामगार UAE की राजधानी अबु धाबी और दुबई में फंसे हुए थे। इन सभी मजदूरों ने प्रवासी ग्रुप के जरिए से सोशल मीडिया के माध्यम भारत सरकार से देश में वापसी कराने के लिए मदद की गुहार लगाई थी।
दुबई और अबु धाबी की NCC कंपनी में ये सभी मजदूर काम कर रहे थे। जहां इन लोगों को पिछले 4 महीने से कोई सेलेरी नहीं मिल रही थी। जब भी मजदूर कंपनी से अपनी सैलेरी मांगते थे तब कंपनी अलग अलग तरह से बहाने बनाती थी और आखिर में कंपनी ने इन मजदूरों धमकी देना तक शुरू कर दिया था।
इन सभी मजदूरों को एक कमरे में बंद करके रखा गया था, और इन लोगों दिन में सिर्फ एक टाइम खाना दिया जा रहा था, मजदूरों के पास एक रूपए नहीं थे, खाने के भी लाले पड़ रहा था। दुबई में फंसे इन परेशान भारतीय मजदूरों ने प्रवासी ग्रुप के जरिए से भारत सरकार से वतन वापसी करवाने के लिए अपील की थी। भारत के विदेश मंत्री के नाम इन मंजदूरों ने एक मैसेज भेजा था। प्रवासी मजदूरों के लिए कान करने वाले सोशल वर्कर सिकंदर अली ने इन मजदूरों से बात की, फिर इन लोगों कि भारत में वापसी के कराने के लिए मीडिया के जरिए से देश की सरकार से गुहार लगातार गुराह लगाई गई।
जिसके बाद सरकार ने इन मजदूरों की वतन वापसी काम किया। ये सभी मजदूर बीते शनिवार की देर रात को रांची इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर इन सभी मजदूरों का कोरोना वायरस से जुड़े सारे प्रोटोकॉल्स पूरे गए और फिर इसके बाद ये सभी मजदूर अपने अपने घरों की और रवाना हो गए। UAE से निकलकर वापस आने वाले ये सभी मजदूर झारखंड़ के गिरिडीह जिले के बगोदर,हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़, टाटी झरिया और बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।