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एयरपोर्ट पर जांच में निकला फर्जी वीजा, अरब देश में नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लोगों के साथ ठगी

बेरोजगारी के दौर में नौकरी का सौदा करने वाले लोग मजबूर व्यक्तियों को नौकरी दिलाने के नाम पर अपने जाल में फंसा कर रुपए ऐंठ लेते हैं। इस तरह के मामले समय-समय पर प्रकाश में आते रहते हैं। इसी कड़ी में ठगों ने अरब देश कुवैत की एक तेल कंपनी और दुबई में इलेक्ट्रीशियन की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 50 से ज्यादा लोगों से तकरीबन 20 लाख रुपए ऐंठ लिए।

हद तब हो गई जब उन्होंने पैसे लेने के बाद पीड़ितों को फर्जी वीजा और फर्जी जॉइनिंग लेटर भी थमा दिए। नौकरी के लिए विदेश जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचने पर जांच में जब वीजा फर्जी बताया गया तो पीड़ितों को ठगी के बारे में पता चला। आरोपी अपना कार्यालय बंद कर भाग गए हैं।

व्हाट्सएप पर विज्ञापन देखकर किया था फोन

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आपको बताते चलें कि लोगों को नौकरी के नाम पर ठगने वाले आरोपित सेक्टर 27 की भुजा मार्केट में मैक्स प्लेसमेंट सर्विस के नाम से ऑफिस चला रहे थे। सेक्टर 20 स्थित थाने में सोमवार को बिहार के सिवान जनपद के रहने वाले अबूशाद आलम में इस पूरे प्रकरण पर पुलिस को जानकारी दी है।

उन्होंने बताया कि वे इंटरमीडिएट पास करने के बाद लंबे अरसे से नौकरी खोज कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने नौकरी के सिलसिले में 1 दिन इलेक्ट्रीशियन के लिए व्हाट्सएप पर एडवर्टाइजमेंट देखकर विज्ञापन में दिए गए नंबर पर फोन किया।

पैसे ऐंठने के बाद दिए फर्जी नियुक्ति पत्र और वीजा

बिहार के सिवान जिले के रहने वाले अबूसाद ने बताया कि उन्हें नोएडा के मुकेश सिंह नाम के व्यक्ति ने ऑफिस का पता और विजिटिंग कार्ड देकर अपने जाल में फंसा लिया। Mukesh के साथ इस धोखाधड़ी में एके खान और आरिफ खान नाम की दो शख्स भी शामिल हैं। जिन्होंने उन्हें नोएडा बुलवाकर पासपोर्ट ले लिया और फोन कर नियुक्ति पत्र देने की बात भी कही।

उन्होंने अपनी बातचीत में आगे कहा कि व्हाट्सएप पर उन्हें दुबई की एक कंपनी का नियुक्ति पत्र भेजा गया। विश्व में प्रति महीने 2000 दिरहम यानी कि भारतीय रुपयों की बात करें तो लगभग 42000 रुपए प्रति महीने वेतन देने का वादा था। और 2 दिनों बाद ही उन्हें कुवैत में तेल कंपनी में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दिया गया।

जिसमें उन्हें प्रति महीने 170 दिनार अगर भारतीय रुपयों में बात करें तो 44700 उन्नीस रुपए वेतन देने की बात कही गई। और उन्हें रविवार को लखनऊ स्थित हवाई अड्डे पर पहुंचने के लिए कहा गया। और उन्हें बताया गया कि उन्हें एयरपोर्ट पर ही पासपोर्ट दिया जाएगा। जब वह एयरपोर्ट पहुंचे तो उन्हें पासपोर्ट देने के लिए कोई नहीं आया और जांच में उनका वीजा और नियुक्ति पत्र भी फर्जी निकला।

दफ्तर में लटकता मिला ताला

बिहार के रहने वाले अबुशा द जब सोमवार को नोएडा में आरोपियों के ऑफिस गए तो उन्होंने वहां पर ताला लटकता। ऐसे में उन्होंने मामले की शिकायत करने के लिए सेक्टर 20 कोतवाली जाने का निर्णय लिया। इस दौरान उनके साथ 10 अन्य लोग भी कुवैत जाने वाले थे। मामले की जानकारी जुटाने के बाद पता चला कि आरोपितों ने 50 से ज्यादा लोगों को अपने झांसे में लेकर पैसे लिए हैं। उधर, नोएडा पुलिस केस दर्ज करके मामले की कार्रवाई शुरू कर चुकी।