देश और प्रदेश में इस समय बेरोजगारों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसी के चलते युवा बेरोजगार आसानी से जालसाजों के जाल में आसानी से फंस जाते हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी से निकल कर सामने आया है। यहां पर 7 बेरोजगार युवकों के साथ 4.46 लाख रुपयों की ठगी हो गई है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब नौकरी के लिए विदेश जा रहे युवकों के वीजा और टिकट सब दस्तावेज फर्जी निकले।
बिसंडा थाने कोरही गांव के रहने वाले रिजवान के अनुसार गिरवां के शेखनपुरवा का रहने वाला नबी अहमद से उससे काफी पहले से दोस्ती थी। और इसी का फायदा उठाकर नबी अहमद ने दुबई में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसे के साथ ही खाने-पीने आदि का मुफ्त इंतजाम का भी लालच देकर 7 बेरोजगार युवकों के साथ ठगी कर ली।
ठगी का शिकार होने वाले रिजवान अपने भाई इलियास के अलावा गांव के इकबाल फर्रुख उद्दीन आसिफ शकील और मोहम्मद हुसैन के साथ मिलकर 4.46 लाख रुपए इकट्ठे करके और ठगी करने वाले शख्स को दे दिए।
पैसे इकट्ठे करके जमा किया कर दिए जालसाज़ों अकॉउंट में
ठग नबी अहमद के कहे के मुताबिक उन्होंने उसकी मौसी के लड़के शराफत अली के प्रयागराज स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते में पूरी रकम डाल दी। जालसाज मिलकर नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार युवकों को फर्जी वीजा और टिकट दे दिए। इसके बाद नौकरी करने के लिए सभी बेरोजगार युवक एक किराए पर कार करके लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर पहुंचे जहां पर जांच में उनके टिकट और वीजा फर्जी निकले। अपने साथ हुए फर्जीवाड़े के बाद सभी बेरोजगारों के चेहरे निराशा में डूब गए थे।
दुबई जाने के लिए घर से निकले थे, मायूस होकर वापस लौटना पड़ा
जालसाजों के जाल में फंस कर 4.46 लाख रुपए गवानें वाले सभी बेरोजगार युवक वापस अपने गांव लौट आए। ऐसे में उन्होंने अपने साथ ठगी करने वाले नबी अहमद से रकम वापस लौटाने की मांग की। इसके बाद ठग ने रकम वापस करने का वादा किया है। मगर इसके साथ ही ठग ने रकम ना वापस करने पर दबाव डालने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की ध’म’की भी दी है।
इतना सब होने के बाद सभी बेरोजगारों ने पुलिस अधीक्षक के सामने इस पूरे प्रकरण का खुलासा किया है। उधर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिस ने दोनों शा’तिर अपराधियों के खिलाफ धोखाध’ड़ी जालसाजी व धम’की की विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है