मान लीजिए कि अगर कोई व्यक्ति दूसरे किसी देश से इंटरनेशनल फ्लाइट में ट्रैवल कर के आ रहा है और ऐसे में वो व्यक्ति चाहता हों कि उसे एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उसे क्वारंटाइन ना किया जाए। ऐसे में इस तरह की चाहत रखने वाले लोगों को अपना नेगेटिव कोरोना वायरस RT- PCR रिपोर्ट एयरपोर्ट पहुंचने पर देनी पड़ेगी।
जिस भी व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव होगी उस व्यक्ति को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। इन सब के साथ एयर इंडियां एक्सप्रेस की तरफ की गई जानकारी के अनुसार, यात्रियों की ये कोरोना वायारस RT- PCR टेस्ट की रिपोर्ट ज्यादा से ज्यादा 96 घंटे पुरानी होनी चाहिए, इससे ज्यादा पुरानी कोरोना रिपोर्ट हुई तो वो रिपोर्ट मान्य नहीं होगी। इसके साथ एयर इंडियां एक्सप्रेस की तरफ से ये भी जानकारी दी गई किसी इंटरनेशनल फ्लाइट से आने वाले पैसेंजर्स अगर चाहे तो अपनी कोरोना वायरस टेस्ट की रिपोर्ट को (www.newdelhiairport.in) पर भी अपलोड कर सकता हैं।
भारत सरकार की सहयोगी एयरलाइंस एयर इंडिया एक्सप्रेस के बताए अनुसार, अगर कोई व्यक्ति यूनाइडेट अरब अमीरात जा रहा हैं तो उस व्यक्ति के पास में ICMR से अप्रूव किसी लैब भी का कोरोना की RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट आनिवार्य रूप से होनी ही चाहिए। कोरोना की RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट पर डॉक्टर का साइन होना चाहिए, इसके साथ ही रिपोर्ट पर टेस्टिंग लैब का ओरिजनल लेटरहेड पर इंग्लिश में स्टैम्प भी लगा होना चाहिए।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने ये भी बताया है कि टेस्ट रिपोर्ट की फोटो कॉपी मान्य नहीं होगी, इसके साथ ही कोरोना वायरस के इस टेस्ट रिपोर्ट पर हाथ से लिखी हुई कोई भी बात नहीं होनी चाहिए। ये कोरोना वायारस RT- PCR टेस्ट की रिपोर्ट ज्यादा से ज्यादा 96 घंटे पुरानी होनी चाहिए। इससे ज्यादा पुरानी रिपोर्ट मान्य होगी। बता दें कि इसके साथ ही UAE में कोरोना वायरस से जुड़े कई नियम है जिसका पालन करना आनिवार्य है।