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हादसे ने छीना एक हाथ, लेकिन हिम्मत के दम पर लगाया ठेला, परिवार के लिए कमाते हैं रोजी रोटी

शायद किसी ने ये बिल्कुल सही कहा है कि हार उन लोगों की होती है जो हार को बहुत ही आसानी से मान लेते है, लेकिन जिन्हें जीतना होता है वो कभी हार की बात भी नहीं करते और अपनी जीत के लिए लगातार काम करते रहते है। इतने जोश, मेहनत और जज्बे के साथ वाले ऐसे लोग बहुत ही कम देखने मिलते है। हाल ही में हमे भी सोशल मीडिया एक ऐसे ही मेहनती और जज्बे वाले शख्स से मिलने का मौका मिला। जितनी मेहनत देखने और उनकी कहानी पढ़ने के बाद अच्छे अच्छे शर्मिदा हो जाएगे।

ये कहानी उस शख्स है जिसने एक हादसे में अपना एक हाथ खो दिया था, लेकिन इसके बाद भी वो अपने परिवार का पेट अपनी मेहनत से भर रहा है और उनकी सारी जरूरतों को पूरा कर रहा है। इंडिया टाइम्स के बताए अनुसार, ये बात साल 2010 की है, जब पीताम्बर नाम के एक शख्स बतौर एक ट्रक ड्राइवर इसी साल एक रोड़ एक्सी’डेंट हो गया था।

हादसे ने छीना एक हाथ, लेकिन हिम्मत के दम पर लगाया ठेला, परिवार के लिए कमाते हैं रोजी रोटी

इस रोड़ एक्सी’डेंट में इस शख्स ने अपना एक हाथ हमेशा के लिए खो दिया था, जिसके बाद से उन्हें ड्राइविंग करने में काफी मुश्किल होती थी। ऐसे में उन्होंने ये काम छोड़ने का फैसला लिया और फिर उन्होंने खाने का एक ठेला लगा लिया। जिसके जरिए से आज वो अपने घर के लिए दो वक्त की रोटी कमाते है। हाल ही में फूडी विशाल नाम के एक इंस्टा यूरज ने पीताम्बर ने हार ना मानने वाली इस कहानी को सभी के साथ शेयर किया है।

पीताम्बर के लिए अपनी पहली की जिंदगी को बदलते हुए एक नए धंधे की शुरूआत करना बहुत ही मुश्किल था। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने हालातों से लड़ते हुए आज एक बिरयानी की दुकान में काम करते है , इसके अलावा रात को वो सड़क के किनारे अपना खुद का एक फास्ट फूड का ठेला लगाते है। बता दें कि पीताम्बर बल्लभगढ़ में कृष्णा फास्ट फूड सेंटर के नाम से अपना ठेला चलाते है, इस ठेले पर वो सारा काम अपने एक हाथ से ही करते है। पीताम्बर के इस जज्बे को हमारा सलाम है।