कोरोना वायरस महामारी के संकट बीच एक और जहां सरकार कोरोना वायरस के बढ़ते केस के साथ लड़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ आम लोगों को अपनी नौकरियों को लेकर परेशान हैं।इसी बीच भारत सरकार की फाइनेंस मिनिस्टर निर्माला सीतारमण ने हाल ही देश के प्रवासी कामगारों के लिए 50,000 करोड़ रुपए का मेगा रोजगार की घोषणा की हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने बताया कि ये योजना 125 दिनों के लिए संचालित किया जाएगा। जिसके तहत भारत के प्रवासी कामगारों तो उनकी काबलियत के मुताबिक नौकरियां दी जाएगी।
FM निर्मला सीतारमण ने 18 जून गुरुवार को इस मेगा रोजगार की घोषणा करते हुए कहा कि देश भर के सभी श्रमिको को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन शुरू होने के बाद से अपने गांव और घर वापस जाने के लिए बेताब थे। उन सभी लोगो को उनके घर भेजने के लिए भारत सरकार ने पूरी व्यवस्था की। निर्मला सीतरमण ने ये भी कहा कि सेंट्रल और स्टेट की सरकार ने शहरों में फंसे सभी मजदूरों को उनके गांव भेजा। जिसके बाद इन सभी लोगों की स्किल की मैपिंग की गई है।
निर्मला सीतारमण ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना की पूरी जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी के फैलाव को रोकने के लिए पूरे देशभर में लगे लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर शहर को छोड़कर अपने गांव चले गए। जिसके बाद 6 राज्यों के 116 जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर शहर को छोड़ अपने गांव लोट आए है।
उन्होनें आगे कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने अपने अपने स्तर मजदूरों की स्किल की मेपिंग करवाई है। इस योजना से जुड़ी आगे की जानकारी देते हुए निर्मला सीतारमण ने बताया कि अब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी खगड़िया जिले इस रोजगार योजना को शुरू करेंगे। आगे बता दें कि सरकार की ये रोजगार योजना पीएम के हाथों 20 जून को लॉन्च की जाएगी।