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दुबई में फंसे दो भारतीय कामगारों की हुई घर वापसी, स्वदेश आ कर सुनाई अपनी दर्दभरी कहानी

दुबई में फंसे झारखंड के गुमला जिले के दो भारतीय कामगारों की सकुशल घर वापसी हो गई है। गुमला जिला के अंडर में आने वाले घाघरा प्रखंड के नवडीहा बरटोली गांव के रहने वाले कामगार सुनील भगत और उनके डुको गांव के रहने वाले अजय उरांव को दुबई से सकुशल वापस ले आया गया है।

झारखंड के इन दोनों कामगारों को फ्लाइट से राज्य राजधानी रांची के एयरपोर्ट पर उतारा गया था। जिसके बाद इन दोनों को लोगों को घाघरा की पुलिस के साथ सड़क मार्ग से घाघरा गांव ले जाया गया। दुबई से वापस आए इन दोनों मजदूरों को देख कर इनका परिवार बहुत ही खुश हो गया, वहीं अपने घर पहुंच कर मजदूरों ने भी चैन की सांस ली।

दुबई में फंसे दो भारतीय कामगारों की हुई घर वापसी, स्वदेश आ कर सुनाई अपनी दर्दभरी कहानी

दुबई से सही सलामत अपने घर वापस आने के बाद दोनो मजदूरों ने झारखंड सरकार, पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद देते हुए अपना आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने दुबई में फंसे होने के दौरान की खुद की आपबीती भी सुनाई, जिसे सुनाते समय उनकी आंखें भर आई। इन मजदूरों ने बताया कि उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर दुबई ले जाया गया, लेकिन वादे से मुकर उन्हें वहां कोई काम नहीं मिला। ऐसे में इसी बीच उनका टूरिस्ट वीजा भी खत्म हो गया जिसकी वजह से उन्हें दुबई के सड़कों पर 7 दिन तक दर दर भटकना पड़ा था। वो 6 दिनों तक दुबई की सड़कों पर भूखे घूम रहे थे।

अपनी आपबीती बताते हुए मजदूरों ने आगे कहा कि उन लोगों ने वापस भारत में अपने घर आने की उम्मीद तक छोड़ दी थी, लेकिन फिर गुमला के SP की तरफ से की गई पहल पर उन्हें दुबई से सकुशल वापस घर ले आया गया है। इस काम के लिए इन दोनों मजदूरों ने गुमला के SP का आभार व्यक्त किया है। मजदूरों ने कहा कि अब वो किसी के भी झूठे वादे के बहकावे में नहीं आयेंगे।