सोने (GOLD) के आभूषण पहनना शायद ही किसी को ना पसंद हो। भारत देश में सोने (GOLD) का विशेष महत्व है। चाहे किसी शादी के सीजन की बात हो या फिर त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी जमकर की जाती है। लोग शादी विवाह में सोने के आभूषण पहनना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं सोने के आभूषणों को लोग तोहफे में भी देना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप असली और नकली सोने के बीच अंतर जानना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा।
1. सबसे सरल तरीका यह है कि अगर आप गोल्ड को चुंबक के नजदीक लाते हैं और सोने (GOLD) चुंबक की तरफ खिंचा चला आता है। तो मान लीजिए कि सोने (GOLD) नकली है।
2. दूसरा तरीका यह है कि आप सोने की शुद्धता को पानी की जरिए भी भाप सकते हैं। इसके लिए आपको सोने को पानी से भरे एक बर्तन में डालना होगा पानी में सोने को डालने के बाद अगर गोल्ड तैरने लगता है तो समझ लीजिए कि सोना नकली है।
3. सोने (GOLD) की शुद्धता परखने का तीसरा तरीका यह है कि आप एसिड की मदद से असली और नकली सोने के बीच फर्क कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको नाइट्रिक एसिड का इस्तेमाल करते हुए गोल्ड के कुछ हिस्से पर एसिड डालना है। एसिड डालने के बाद सोने में अगर कुछ असर दिखाई देता है तो मान लीजिए कि सोना नकली है।
4. असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से की जाती है। मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है। प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है।
5. सोने (GOLD) की प्योरिटी का अंदाजा आप सिरके की मदद लेकर भी लगा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको सिरके को सोने की धातु के ऊपर डालना होगा। इसके बाद अगर सिरके का रंग चेंज होता है तो मान लीजिए कि सोना नकली है।