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विदेश से लौटे भारतीय कामगार ध्यान दें! सरकार कर रही डाटा बेस तैयार, नौकरी में मदद मिलेगी

कोरोना वायरस की वजह कई सेक्टर का कम बंद हो गया है जिसकी वजह से कई लोगों की नौकरी भी चली गयी है। वहीं इस बीच कुछ ऐसे लोग है जो विदेशों में नौकरी करते थे लेकिन कोरोना वायरस के कारण उनकी नौकरी चली है जिसके बाद वो अपने विदेशों से भारत लौट गये हैं। लेकिन विदेश से भारत आए वर्कर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है।

तैयारी में जुटी सरकार

विदेश से लौटे भारतीय कामगार ध्यान दें! सरकार कर रही डाटा बेस तैयार, नौकरी में मदद मिलेगी

दरअसल, नौकरी जाने के कारण विदेश से भारत वापस आए वर्कर्स के लिए भारत सरकार ने स्वदेश  नाम की योजना बनाई है।  इस योजना के तहत विदेश से आए लोगों की अलग-अलग स्किल के हिसाब से डेटाबेस बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट का नाम SWADES (Skilled Workers Arrival Database for Employment Support) है जिस पर केंद्र सरकार, राज्य सरकारें और उद्योग जगत मिलकर काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि विदेश से लौट रहे दक्ष कामगारों का एक डेटाबेस सरकार तैयार कर रही है।. इस डेटाबेस के आधार पर सरकार कुशल कामगारों को एक कार्ड जारी करेगी और उन्हें बाद में देश-विदेश में नौकरी पाने में मदद मिलेंगी।

भरना होगा फॉर्म, जानें लिंक

विदेश से लौटे भारतीय कामगार ध्यान दें! सरकार कर रही डाटा बेस तैयार, नौकरी में मदद मिलेगी

वहीं स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री और एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री दोनों इसे फैसिलिटेट कर रहे हैं। इस योजना की जानकारी प्राप्त करने के लिए एक टोल फ्री नंबर भी बनाया है। कामगारों को ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कहा जा रहा है। उसमें उन्हें अपने स्किल का डिस्ट्रक्रिप्शन देना है और ये फॉर्म (www.nsdcindia.org.swades) पोर्टल पर भरा जा सकता है।

कामगारों का स्वदेश स्किल कार्ड बनाया जाएगा

विदेश से लौटे भारतीय कामगार ध्यान दें! सरकार कर रही डाटा बेस तैयार, नौकरी में मदद मिलेगी

इस योजना को लेकर केंद्रीय कौशल और उद्यमिता मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि प्रधानमंत्री के विजन के आधार पर हम वंदे भारत मिशन के तहत वर्कर्स की स्किल मैपिंग कर रहे हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के साथ पार्टनरिप में ये काम हो रहा है। कामगारों का स्वदेश स्किल कार्ड बनाया जाएगा जिससे उनके लिए रोजगार के मौके बढ़ेंगे। कोविड-19 के समय डिमांड और सप्लाई का जो अंतर है वह कम होगा।

 

नागरिक और उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के मुताबिक, जो वर्कर्स भारत आए हैं वह नौकरी छूट जाने की वजह से यहां आए हैं। उनमें खास तरह के स्किल्स हैं। ये घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बहुत बड़ा योगदान कर सकता है। हमने पोर्टल बनाने के लिए कौशल विकास मंत्रालय से संपर्क किया। हमने फ्लाइट में वंदे भारत मिशन के तहत अनाउंसमेंट्स करवाए हैं, एयरपोर्ट पर भी बैनर लगाए हैं और उनतक हम इस इनिशिएटिव की जानकारी पहुंचा रहे हैं।

विदेश से लौटे भारतीय कामगार ध्यान दें! सरकार कर रही डाटा बेस तैयार, नौकरी में मदद मिलेगी

इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोरोना की वजह से अभूतपूर्व हालात के दौरान हम अपने नागरिकों को हर संभव सहायता देने की कोशिश कर रहे हैं। वो लोग अपनी नौकरी जाने की चुनौती से जूझ रहे हैं। हम अपनी एम्बेसीज, हाई कमीशन, कॉन्सुलेट के जरिए स्वदेस इनिशिएटिव को प्रमोट कर रहे हैं। इसके जरिए भारत लौट रहे लोगों को अपने स्किल्स के आधार पर तैनाती करने में मदद मिलेगी।

आपको बता दें, कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण विदेशों में काम करने के लिए जाने वाले लोगों की नौकरी चली है जिसकी वजह से वो वापस आपने देश आ गये हैं। वहीं इन सभी लोगों को वंदे भारत मिशन के तहत वापस लाया जा रहा है।