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लेक्चरर की नौकरी को छोड़ किसान बना ये शख्स, मिट्टी में नहीं पानी में करते हैं खेती

गुरकिरपाल सिंह, जो पहले एक लेक्चरर के तौर पर काम काम किया रहते थे। गुरकिरपाल सिंह ने कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उनकी बेहतरीन पढ़ाई के दम पर ही उन्हें लेक्चरर नौकरी मिली थी। लेकिन कुछ बाद ही उन्होंने अपनी ये नौकरी छोकर खुद की खेती करना शुरू कर दिया है। इस समय गुरकिरपाल सिंह हाइड्रोपोनिक तरीके से सब्जियों की खेती कर रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि हाइड्रोपोनिक तरीके खेती करने के लिए किसान को मिट्टी की जरूरत नहीं होती है। वे नौकरी से तीन गुना कमाते हैं।

इसके साथ ही कोई इंसान बहुत ही कम पानी की लागत के साथ सफल खेती कर सकते है। इस तरीके से गुरकिरपाल ने बहुत सारे लोगों को खोती करने का नया रास्ता भी दिखाया है। अगर आप चाहे तो 200 स्कूयर फिट जैसी छोटी जगह पर भी अच्छी खासी सब्जियों की खेती कर सकते है। पंजाब के मोगा जिले के रहने वाले गुरकिरपाल सिंह को उनके इसी तरीके से करने और दूसरो से करवाने के लिए ही तारीफ मिल रही है। गुरकिरपाल सिंह ने ‘द बेटर इंडिया’ को इंटरव्यू देते हुए बताया कि “उनकी लेक्चरर की नौकरी बहुत ही अच्छी चल रही थी, लेकिन उन्हें उसमें खुशी नहीं मिल रही थी।

वो कुछ अगर करना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने साल 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और करीब साढ़े पांच हजार स्क्वायर फिट की जामीन पर पॉलीहाउस बनाया। जिसमें उन्हेंने टमाटरों की खेती की, पॉलीहाउस में 1.4 लाख टमाटरो हुए। जिसके उन्होंने ग्रीन हाउस का रूख किया हाइड्रोपोनिक तरीके से टमाटर के साथ शिमला मिर्च, खीरा और तोरी जैसी सब्जियों की खेती की। ” जानकारी के लिए बता दें कि हाइड्रोपोनिक तरीके से खेती करने का स्टाइल मूल रूप से इजराइल का है।