कुवैत में फंसा था भारतीय कामगार, नहीं मिलता था खाने से लेकर सैलरी, अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मदद से लौटा घर

एक बार फिर से केंद्रिय मंत्री स्मृति ईरानी सुर्खियों में है, खबर दरअसल ये है कि उत्तर प्रदेश के फुसरतगंज थाना क्षेत्र के कस्बा के रहने वाले मोहम्मद अनीस को कुवैत में गलती से बंधक बना लिया गया था। ऐसे में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उनकी मदद की जिसके बाद सही सलामत वापस अपने घर लौट आए है।

कुवैत में बंधक बनने वाले कामगार मोहम्मद अनीस अपने घर वापस आने के बाद स्मृति ईरानी को उनकी मदद करने के लिए धन्यवाद कहा है। अपने क्षेत्र की सांसद स्मृति इरानी को मदद के लिए धन्यवाद कहने के बाद मोहम्मद अनीस ने बताया कि वे BJP के कार्यकर्ताओं के जरिए से सांसद स्मृति से मिल पाए और उनसे बात हो पाई थी।

कुवैत में फंसा था भारतीय कामगार, नहीं मिलता था खाने से लेकर सैलरी, अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मदद से लौटा घर

पहले उन्होंने हमसे बात की इसके बाद कुवैत में इंडियन एम्बेंसी से बात की, और 10 दिन के अंदर ही मुझे वहां के बंधक आजाद कर दिया है। दो दिन पहले ही भारत वापस आए मोहम्मद अनीस ड्राइवर वाले वीजा पर 18 जनवरी के दिन मुंबई से कुवैत के लिए अपनी उड़ान भरी और वहां पर पहुंचे। मोहम्मद अनीस को ये ड्राइवर वीजा उसके एजेंट ने दिया था। लेकिन कुवैत पहुंचने के बाद वहां उससे घर की साफ सफाई का काम करवाया जाने लगा। कुवैत में उन्होंने तमाम दिक्कत 6 महीने तक झेलने के बाद मोहम्मद अनीस ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।

अपने इस वीडियो में मोहम्मद अनीस ये कहते दिखाई दे रहे थे कि 18 जनवरी के दिन मैं कुवैत में पहुंचा, मुझे यहां पर मेरे एजेंटों ने फंसा दिया। मुझे यहां पर ना खाने को खाना मिलता है और ना ही कोई सैलिरी दी जाती है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो मैं एक ऐसे ही म’र जाउंगा। मुझे पुलिस वालों ने भी खूब मा’रा है। हाल ही में मेरा बेटा हुआ है मैं उसे देखना चाहता हूं, और भारत वापस आना चाहता हूं। मैं अपने की सांसद स्मृति ईरानी से मदद की गुहार लगाता हूं कि वो मुझे यहां से निकाले। लेकिन अब मोहम्मद अनीस स्मृति ईरानी से मदद की वजह से अपने घर वापस लौट आए है।