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भारत ने अर्न्तराष्ट्रीय यात्रियों को जारी किए नए दिशानिर्देश, 5 साल से कम बच्चों को मिलेगी छूट

भारत ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं इन नए दिशा-निर्देश के अनुसार, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आगमन से पहले और बाद में परीक्षण दोनों से छूट दी गई है। हालांकि, यदि आगमन पर या होम क्वारंटाइन अवधि के दौरान कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं, तो उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार परीक्षण और उपचार से गुजरना होगा।

जानकारी के अनुसार, भारत सरकार द्वारा निर्धारित कोविड -19 प्रोटोकॉल के अनुसार, सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे यात्रा के दौरान अपनी नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक कर मास्क पहनें।

भारत ने अर्न्तराष्ट्रीय यात्रियों को जारी किए नए दिशानिर्देश, 5 साल से कम बच्चों को मिलेगी छूट

वहीं गलत तरीके से मास्क पहनने वाले या विमान के अंदर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले यात्रियों को उतारा जा सकता है और उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी एक साथ विनियमों का पालन करने में विफल रहने पर नागरिक उड्डयन आवश्यकताएँ (सीएआर) धारा 3 श्रृंखला एम भाग VI के तहत कार्रवाई की जाएगी।

इसी एक साथ भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने पुष्टि की कि सरकार निर्धारित उड़ानों को फिर से शुरू करने की दिशा में काम कर रही है। वहीं भारतीय मंत्री ने शनिवार, 13 नवंबर को एक्सपो 2020 दुबई में भारत पवेलियन का दौरा किया। दौरे के बाद पवेलियन के बहुउद्देशीय हॉल में एक प्रेस वार्ता हुई। इसी के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए, डॉ जयशंकर ने कहा: “हम निर्धारित उड़ानों को फिर से शुरू करने की ओर बढ़ रहे हैं। यह कदम सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है।”

भारत ने अर्न्तराष्ट्रीय यात्रियों को जारी किए नए दिशानिर्देश, 5 साल से कम बच्चों को मिलेगी छूट

इस सप्ताह की शुरुआत में, भारत ने संयुक्त अरब अमीरात को प्रवेश के लिए अनिवार्य रैपिड पीसीआर परीक्षण आवश्यकताओं को समाप्त करने का अनुरोध भेजा था। वहीं भारत के गृह मंत्रालय ने मध्य पूर्व के देशों, विशेष रूप से संयुक्त अरब अमीरात में जाने वाले पूरी तरह से टीकाकरण वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य रैपिड पीसीआर परीक्षण को हटाने पर चर्चा करने के लिए सोमवार को एक बैठक की। वहीं नियम के अनुसार, यात्रियों को किसी भी भारतीय हवाई अड्डे से प्रस्थान करने से छह घंटे पहले एक रैपिड पीसीआर टेस्ट लेना होता है।

आपको बता दें, यूएई ने भारत, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, नाइजीरिया और युगांडा के यात्रियों के लिए इस परीक्षण को अनिवार्य कर दिया है।