Placeholder canvas

कुवैत में PAM ने दी जानकारी, देश छोड़ने वाले प्रवासी कामगारों की संख्या में हुई वृद्धि

कुवैत से एक बड़ी खबर समाने आई है खबर है कि श्रम बाजार को छोड़ने वाले प्रवासी कामगारों की संख्या में फिर से वृद्धि हुई है। कुवैत के सार्वजनिक प्राधिकरण (PAM) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, श्रम बाजार को छोड़ने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में फिर से वृद्धि हुई, क्योंकि 10,880 प्रवासियों के पास 12 जनवरी से 10 फरवरी की अवधि के दौरान उनके कार्य परमिट रद्द थे।

वहीं 363 प्रवासी दैनिक श्रम बाजार छोड़ दिया है इसके अलावा, 5988 एक्सपैट्स के पास उनके रेजीडेंसी परमिट जब्त थे क्योंकि वे देश के बाहर फंसे हुए थे। जिसकी वजह से श्रम बाजार को छोड़ने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में फिर से वृद्धि हुई है।

वहीं PAM ने यह भी उल्लेख किया है कि मंत्रिपरिषद की स्वीकृति के साथ जारी किए गए कार्य परमिटों की संख्या में 21 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, क्योंकि परमिट जारी करने वाले लेनदेन की 77 संख्या से 10 फरवरी को बढ़कर 439 तक पहुंच गई है। वहीं विस्तार से 4024 एक्सपैट वर्क परमिट 12 जनवरी से 10 फरवरी तक देश से अंतिम विदाई की तैयारी में रद्द कर दिए गए थे, जबकि 611 वर्क परमिट मजदूरों की मृत्यु के कारण रद्द कर दिए गए थे, और 257 वर्क परमिट वीजा पारिवारिक वीजा पर स्थानांतरित कर दिए गए थे।

कुवैत में PAM ने दी जानकारी, देश छोड़ने वाले प्रवासी कामगारों की संख्या में हुई वृद्धि

इसी के साथ प्रवासी कामगारों की संख्या जिन्होंने तुलनात्मक अवधि के दौरान अपने काम के परमिट को नवीनीकृत किया, लगभग 99142 परमिट की राशि, जबकि पारिवारिक वीजा के लिए लगभग 30 वर्क परमिट ट्रांसफर हुए, 54 वर्क परमिट सरकारी क्षेत्र में स्थानांतरित किए गए, और 14 वर्क परमिट थे खाड़ी क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सरकारी क्षेत्र से निजी क्षेत्र में स्थानांतरण और 2 कार्य परमिट जारी किए गए।

आपको बता दें, कुवैत में श्रम बाजार को छोड़ने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में वृद्धि दुनियाभर के देशों में फैले कोरोना वायरस की वजह से हुए हैं। इस कोरोना वायरस की वजह से अभी तक 22 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है साथ ही  10 करोड़ से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस कि वजह से प्रतिबंध लगा हुआ है जिसकी वजह से कई लोग कुवैत की यात्रा नहीं कर सकते हैं और इस वजह से श्रम बाजार को छोड़ने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में वृद्धि हो रही है।