58 साल की उम्र में कुवैत के अब्दुल्ला अल-रशीदी ने जीता ओलंपिक पदक

टोक्यो  में ओलंपिक मैच खेल जा रहे हैं और इन मैच कई देशों ने भाग लिया हैऔर सब देश इन गेम्स में मैडल जीतने के लिए पुरु मेहनत कर रहे हैं। वहीं इस बीच कुवैत के 58 वर्ष के अब्दुल्ला अलरशीदी (Abdullah Al-Rashidi) ने टोक्यो ओलंपिक निशानेबाजी में कांस्य पदक जीता है।

टोक्यो ओलंपिक में सोमवार को पुरूषों की स्कीट स्पर्धा में कुवैत के 58 वर्ष अब्दुल्ला अलरशीदी ने कांस्य पदक जीता। इसी के सतह इस पदक को जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि वो 2024 में पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पर निशाना लगायेंगे जब वो 60 पार हो चुके होंगे।

58 साल की उम्र में कुवैत के अब्दुल्ला अल-रशीदी ने जीता ओलंपिक पदक

वहीं उन्होंने असाका निशानेबाजी रेंज पर ओलंपिक सूचना सेवा से कहा, ‘‘मैं 58 साल का हूं। सबसे बूढ़ा निशानेबाज और ये कांस्य मेरे लिए सोने से कम नहीं। मैं इस पदक से बहुत खुश हूं लेकिन उम्मीद है कि अगले ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतूंगा, पेरिस में।’’ वहीं उन्होंने ये भी कहा कि, ‘‘मैं बदकिस्मत हूं कि स्वर्ण नहीं जीत सका लेकिन कांस्य से भी खुश हूं। ईंशाअल्लाह अगले ओलंपिक में, पेरिस में 2024 में स्वर्ण पदक जीतूंगा। मैं उस समय 61 साल का हो जाऊंगा और स्कीट के साथ ट्रैप में भी उतरूंगा।

कुवैत के लिए खेलते हुए पदक जीतने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘रियो में पदक से मैं खुश था लेकिन कुवैत का ध्वज नहीं होने से दुखी था। आप समारोह देखो, मेरा सर झुका हुआ था। मुझे ओलंपिक ध्वज नहीं देखना था। यहां मैं खुश हूं क्योंकि मेरे मुल्क का झंडा यहां है।

आपको बता दें, अलरशीदी ने पहली बार 1996 अटलांटा ओलंपिक में भाग लिया था। वहीं उन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में भी कांस्य पदक जीता था लेकिन उस समय स्वतंत्र खिलाड़ी के तौर पर उतरे थे। कुवैत पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने प्रतिबंध लगा रखा था। उस समय अल रशीदी आर्सन्ल फुटबॉल क्लब की जर्सी पहनकर आए थे।