कोरोना वायरस की वजह से भारत सरकार ने अन्तराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन मिशन वन्दे भारत और एयर बबल समझौते के तहत यूएई के उड़ाने संचलित कर रही है। वहीं इस बीच UAE और भारत के बीच हुए एयर बबल समझौते को लेकर भारतीय राजदूत पवन कपूर ने अहम जानकारी दी है।
भारतीय राजदूत पवन कपूर ने इस एयर बबल समझौते को लेकर कहा है कि भारत और UAE के बीच हुए एयर बबल समझौते के तहत 200,000 से अधिक भारतीय नागरिकों ने भारत से संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करी है। इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि इन आने वाले यात्रियों में से कई ने महामारी के बीच आपातकालीन प्रत्यावर्तन उड़ानों पर संयुक्त अरब अमीरात छोड़ दिया था लेकिन अब एयर बबल समझौते के तहत शुरू हुई उड़ानों के जरिये वापस UAE लौटे हैं।
इसी के साथ भारतीय दूत ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच एयर बबल समझौते की व्यवस्था को 31 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। “भारत-यूएई एयर बबल के लॉन्च के बाद से 620,000 से अधिक लोग भारत की यात्रा कर चुके हैं। वहीं भारतीय मिशन के सबसे हालिया आंकड़ों से पता चला है कि हर दिन लगभग भारत से 8,000 लोग यूएई से भारत की यात्रा कर रहे हैं।
वहीं कपूर ने कहा कि, “हमने कुछ समय पहले मिशन के पोर्टलों पर पंजीकरण रोक दिया था। लोग सामान्य कारणों से यात्रा कर रहे हैं – परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे हैं। अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि, “फंसे यात्रियों के मुद्दे को काफी हद तक सुलझा लिया गया है। देश में प्रवेश, वीजा की आवश्यकताएं और रहना यूएई सरकार की प्राथमिकताएं हैं। मैं कह सकता हूं कि यात्रा के मौजूदा मुद्दे, जो वीजा धारकों के प्रवेश मानदंड के साथ नहीं मिल रहे हैं, उनका समाधान कर दिया गया है। “ये दुनिया में हर किसी के लिए अभूतपूर्व समय हैं। अक्सर, यात्रियों को हर बार अलग-अलग मुद्दों के आधार पर रोक दिया जाता है और अंतिम समय में प्रवेश की स्थिति भी बदल जाती है।
राजदूत ने कहा कि एयरलाइनों द्वारा संभावित यात्रियों को यूएई में आने से पहले निर्धारित यात्रा की शर्तों को पूरा करने के लिए सलाह जारी की गई है और इन नियमों का पालन करने के बाद ही भारत के लोग UAE की यात्रा कर सकते हैं।