कुवैत देश के सिविल सेवा आयोग यानी CSC ने हाल ही में जानकारी दी है कि अब पब्लिक सेक्टर में काम करने वाले प्रवासियों की नियुक्ति के लिए किसी भी सरकारी अनुरोध को खारिज कर दिया जाएगा। इस बात की पुष्टि AL-Rai daily की तरफ से की गई है।
कुवैत देश की नगर पालिका ने CSC को अपने प्रवासी कर्मचारियों के कॉट्रेक्ट को सर्विस के इस्तेमाल पर एक कॉट्रेक्ट के साथ दूसरे कॉट्रेक्ट से बदलने के लिए अनुरोध का ऑफर दिया गया है। सिविल सर्विस कमिशन ने हाल ही में बताया है कि ‘जब भी हम से इस तरह गुजारिश की जाएगी। या फिर ऐसे रिक्वेस्ट आएगें तो उन सभी रिक्वेस्ट को खारिज कर दिया जाएगा।’
गौरतलब है कि इस वक्त कोरोना महामारी की वजह से ज्यादातर सेक्टर का बुरा हाल है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में कुवैत में रहने वाले प्रवासियों की नौकरियों पर संकट गहरा गया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में प्रवासी वापस अपने देश भी नौकरी संकट की वजह से लौट गए हैं। ऐसे में यह खबर निश्चित तौर पर प्रवासियों की नौकरियों की टेंशन को बढ़ा देगी।
वहीं दूसरी तरफ खबर है कि कुवैत में 4 भारतीय नागरिकों के ऊपर बड़ी कार्यवाही चल रही है, इन सभी भारतीय नागरिकों को राजधानी सुरक्षा निदेशालय के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल आबेदीन अल – अबिदीन की तरफ से निर्वासन सेंटर में भेजे जाने की जानकारी मिली थी। दरअसल वो लोग श’राब के साथ पकड़े गए थे। फिलहाल इस समय इस मामले जुड़े कई तथ्यो पर जांच चल रही है।
वहीं कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी देशों ने विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए कई सारे नियम कि घोषणा करी है लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कुवैत सरकार ने 34 देशों के यात्रियों पर कुवैत की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं इस बीच कुवैत सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है। कुवैत के आधिकारिक प्रवक्ता तारिक अल-मुज़िम ने घोषणा करते हुए कहा है कि कुवैत आने वाले सभी यात्री आवश्यक स्वास्थ्य आवश्यकताओं के अधीन हैं और यह की सरकार स्वास्थ्य आवश्यकताओं को लागू किए बिना किसी भी यात्री के प्रवेश की अनुमति नहीं देगी। वहीं इस बीच देश में कोरोना वायरस के नए केस की संख्या में भी आए दिन इजाफा हो रहा है।