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दुबई में हृद’यगति रूकने से हुई भारतीय कामगार की मौ’त, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

भारत से लाखों की संख्या में लोग हर साल दुबई जैसे बड़े देशों में कमाने के लिए जाते है। जाहिर है के ये सभी लोग अपने घर परिवार की आर्थिक स्थिति को पहले से बेहतर बनाने के लिए दुबई जैसे देशों का रुख करते है। लेकिन इस साल दुबई गए भारतीय नागरिको को लेकर कुछ खास अच्छी खबर सामने नहीं है, बल्कि इस साल तो दुबई से कोरोना संकट की वजह से भारतीयो के नौकरी छूटने से लेकर तमाम तरह की आर्थिक परेशानियों की खबर ही सुनने को मिली है।

हाल ही में दुबई से एक भारतीय नागरिकों को लेकर एक बुरी खबर सामने आई है। बता दें कि बिहार के गोपालगंज के स्थानीय थाने के कोरेया दीक्षित गांव के रहने वाले एक कामगार की दुबई में दिल की ध’ड़कन रूक जाने की वजह से मौ’त हो गई है।

दुबई में हृद'यगति रूकने से हुई भारतीय कामगार की मौ'त, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

 

लाइव हिन्दुस्तान के मुताबिक, दुबई में म’रने वाला ये युवक दीक्षित गांव के रहने वाले रामायण तिवारी के बेटे ब्रजेश तिवारी है। बताया जा रहा है कि ब्रजेश तिवारी एक महीने पहले ही अपने घर से दुबई थे। दुबई में शुक्रवार की रात को अचानक उनके सीने में द’र्द होने लगा, हालत बिग’ड़ने पर उन्हें पास के अस्पताल में ले जा कर भर्ती करवाया गया। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ अस्पताल में पहुंचने के कुछ देर बाद ही दिल की ध’ड़कन रुक जाने की वजह से उनकी मौ’त हो गई है।

ब्रजेश तिवारी की उम्र 57 साल है, वो पिछले 25 साल से दुबई में काम कर रहे है, हाल ही में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान वो अपने घर पर छुट्टी मनाने के लिए आए थे।

उसी समय से वो अपने घर पर परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे थे, एक महीने पहले ही उन्होंने दुबई के लिए अपनी उड़ान भरी थी। ब्रजेश तिवारी के तीन बच्चे है और तीनों ही लड़के है, जिसमें से 2 लड़के उनके साथ दुबई में रहते है। लॉकडाउन के दौरान ब्रजेश के साथ उनका बड़ा बेटा भी दुबई से घर वापस आया था। वो भी एक हफ्ते ही दुबई चा चुके थे, उनकी मौ’त की खबर से घर में परिवार वालों का रो – रो कर बहुत ही बुरा हाल हो रखा है।