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दुबई आए भारतीय कामगारों की बढ़ीं मुसीबतें, लॉकडाउन में बंद हुआ काम, अब गांव से पैसे मंगाकर चला रहे खर्च

चितौड़गढ़ के नपानिया और उसके आसपास के गांवों से करीब 400 युवा कामगार दुबई, तंजानिया, हांगकांग, ईस्ट अफ्रिका, जापान और कुवैत जैसे कई देशों में कुक के तौर पर काम करने के लिए गए थे, लेकिन कोरोना वायरस के विस्तार को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन की वजह से इस समय उनका काम पूरी तरह से बंद है और लोग वहीं फंसे हुए हैं। काम ना चलने की वजह से इन लोगों के पास अब वहां पर अपने खर्चें के लिए पैसे नहीं हैं। इस लिए अब वो लोग अपने खर्चे के लिए गांव से पैसे मंगा रहे है। ईस्ट अफ्रीका, दुबई और तंजानिया में फंसे युवा जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी वापस देश और राज्य राजस्थान में वापस जाना चाहते है।

दैनिक भास्कर के मुताबिक, इन लोगों ने MP सीपी जोशी से भी कॉन्टेक्ट कर मदद की गुहार लगाई है। वहीं कुवैत, हांगकांग और जापान में अटके भारतीय युवाओं का कहना हैं कि उन्हें वहां किसी भी तरह की परेशान नहीं हो रही है, इसे देखकर तो यहीं लगता हैं कि दुबई में फंसे लोगों की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है।

भारत राजस्थान वापस आने के लिए कोई फ्लाइट अभी नहीं है। इस समस्या का सामना इन लोगों को करना पड़ रहा है। वहीं नपानिया, कुथना, करजाली, खेड़ी, लोहाना, खोखरिया, हरिया खेड़ी, अरनिया, संगेसरा, मुरलिया, चौकड़ी जैसे कई एरिया के 400 लोग दुबई में अटके हुए हैं। ये सब लोग घर में खाना बनाने का काम करते हैं। लेकिन इसी बीच लगे लॉकडाउन की वजह से वहां पर काम पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है।

दुबई आए भारतीय कामगारों की बढ़ीं मुसीबतें, लॉकडाउन में बंद हुआ काम, अब गांव से पैसे मंगाकर चला रहे खर्च

गांव से दुबई कमाने आए ये अब किराए के घर में रह रहे हैं, जिसका किराया 1.30 लाख रुपए है। एक कमरे में 10 से 15 लोग रह रहे हैं। यानी हर एक व्यक्ति पर कमरे के किराए का 25 रूपए खर्च पड़ा। अब जो पैसे लेकर ये लोग आए थे वो सारे पैसें तो खत्म हो गए, ऐसे में कई लोग अपने गांव से पैसे मंगा रहे है। लेकिन इन्हें अभी तक राहत के नाम पर कुछ भी नहीं मिलै है। वहीं कुवैत में 100 भारतीय युवा फंसे हुए हैं।

इसी बीच दुबई से हीरालाल जाट ने जानकारी दी है कि उन्होंने दुबई में इंडियन एंबेसी में गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हीरालाल जाट, दिनेश कुमार, पुष्कर जाट, शांतिलाल मेनारिया, दिनेश मेनारिया, नाना लाल मेनारिया, जमना लाल मेनारिया ने केंद्र व राज्य सरकार के साथ सांसद सीपी जोशी से सहयोग की अपील की है और कहा है कि हम देश लौटना चाहते हैं, लेकिन कोई फ्लाइट नहीं होने की वजह से वे फंसे हुए हैं। हालांकि सांसद सीपी जोशी ने केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया है।