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UAE में 13 साल से फंसा था भारतीय कामगार, अब Dh500,000 का जुर्माना माफ़ होने के बाद मुफ्त टिकट पर हुई वतन वापसी

UAE में एक भारतीय कामगार के बिना की वैध दस्तावेज के 13 साल तक यूएई में रह रहा था, लेकिन अब ये शख्स भारत लौट आया है।

गल्फ न्यूज़ के मुताबिक, सोमवार ( 14 सितंबर ) को 47 साल के भारतीय नागरिक पोथुगोंडा मेदी (Pothugonda Medi) 13 साल बाद UAE से अपने देश लौटे है। वहीं 13 साल तक बिना वैध दस्तावेज के यूएई में रहने पर उनका ओवरस्टे जुर्माना, जो कि आधा मिलियन दिरहम हो गया था, वो भी माफ़ कर दिया गया है। इस हैदराबाद के भारतीय कामगार की वापसी दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा किए गए पहल पर हुई।

जानकारी के अनुसार, ओवरस्टे जुर्माना में छूट उन सभी पर लागू होती है जो संयुक्त अरब अमीरात में हैं और जिनके वीजा या तो समाप्त हो गए हैं या 1 मार्च, 2020 से पहले रद्द ही गया है। वहीं जिन लोगों ने ये वीजा नियमों का उल्लंघन किया है उनके पास 17 नवंबर तक का समय है, जो बिना जुर्माना और देश छोड़ सकते हैं और इस जरिया ही इस भारतीय कामगार की वतन वापसी हुई है।

UAE में 13 साल से फंसा था भारतीय कामगार, अब Dh500,000 का जुर्माना माफ़ होने के बाद मुफ्त टिकट पर हुई वतन वापसी

वहीं स्वदेश वापसी को लेकर पोथुगोंडा ने भारतीय मिशन को बताया कि वह 2007 में यात्रा वीजा पर यूएई आया था, लेकिन उसे लाने वाले एजेंट ने उसे छोड़ दिया। उन्होंने यह भी बताया कि एजेंट ने अपना पासपोर्ट नहीं लौटाया था, जिसके कारण वो यहां पर फंस गये।

इसी के साथ इस मामले को जानकारी देते हुए भारतीय वाणिज्य दूतावास के वाणिज्यदूत जितेंद्र नेगी ने बताया कि कोविड​​-19 महामारी के दौरान, वह हमारे पास आया लेकिन वाणिज्य दूतावास ने उन्हें तुरंत सहायता करना मुश्किल पाया क्योंकि उनके पास यह साबित करने के लिए कोई आधिकारिक दस्तावेज नहीं था कि वह भारतीय नागरिक हैं। मिशन ने पोथुगोंडा के परिवार का पता लगाने के लिए हैदराबाद में एक सामाजिक समूह की मदद मांगी।

“सामाजिक कार्यकर्ता श्रीनिवास के समर्थन से हम उनके पुराने राशन कार्ड और चुनाव आईडी कार्ड की प्रतियां अपने मूल स्थान से प्राप्त करने में कामयाब रहे। उनके द्वारा दिए गए कुछ विवरण मेल नहीं खा रहे थे, लेकिन फिर भी हम यह स्थापित कर सकते थे कि वह एक भारतीय हैं। इसके बाद गोट कोऑर्डिनेशन कमेटी, बीजेपी हैदराबाद के अध्यक्ष टी. आर. श्रीनिवास, जिन्होंने पोथुगोंडा के दस्तावेजों को इकट्ठा करने के लिए वाणिज्य दूतावास का सहायता किया। उन्होंने चार अलग-अलग दस्तावेजों के लिए चार अलग-अलग तरीकों से अपना नाम दिया था।

आखिरकार भारतीय दूतावास ने इमरजेंसी डाक्यूमेंट दिलवाने और यूएई में Dh500,000 का जुर्माना राशि को समाप्त करने के अलावा मुफ्त हवाई टिकट भी उपलब्ध करवाया और पोथुगोंडा मेदी के वापस आने में मदद की।