हाल ही में यूएई सरकर ने 10 साल के गोल्डन वीजा की घोषणा करी थी। वहीं इस बीच खबर है कि दुबई के एक डेंटिस्ट दंपति को यूएई के 10 साल के गोल्डन वीजा मिला है।
जानकारी के अनुसार, दुबई के जिस डेंटिस्ट दंपति को यूएई का 10 साल का गोल्डन वीजा मिला है उनका नाम दीपक शर्मा है और उन्हें विशेषज्ञ ऑर्थोडॉन्टिस्ट और उनकी पत्नी डॉ अनुकृति पाठक, विशेषज्ञ बाल चिकित्सा दंत चिकित्सक को चिकित्सा पेशेवरों / डॉक्टरों की श्रेणी के तहत वीजा मिला।
जहां डॉ शर्मा को वीजा 21 जून को मिला, वहीं उनकी पत्नी को एक दिन बाद वीजा मिला। वहीं इस वीजा को मिलने को लेकर डॉ शर्मा ने कहा कि “हम गोल्डन वीजा के लिए धन्य और आभारी हैं, जो जून 2031 तक वैध है। हमारी बेटियों सिया और इरा को बाद में गोल्डन वीजा मिला।” इसी के साथ उन्होने ये भी कहा कि “हम बेहद खुश हैं। यह हमारे जीवन के यादगार पलों में से एक है। मैं यूएई सरकार और अधिकारियों का बहुत आभारी हूं।”
जानकारी के अनुसार, ये कपल उत्तर-भारतीय राज्य राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले है और सऊदी अरब, भारत और नेपाल में सेवा करने के बाद, युगल 2015 में संयुक्त अरब अमीरात चले गए। दीरा और इब्न बतूता मॉल में पोर्ट सईद में अपना मल्टी-स्पेशलिटी पॉलीक्लिनिक स्थापित करने से पहले, दोनों ने दुबई के एक स्थानीय अस्पताल में दंत चिकित्सा की नौकरी करी। वहीँ डॉ शर्मा ने कहा कि यूएई में छह साल रहने के बाद, यह घर जैसा लगता है। मैं यूएई के महान नेतृत्व का हमेशा आभारी हूं। मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
डॉ शर्मा के पास ऑर्थोडोंटिक्स और डेंटोफेशियल ऑर्थोपेडिक्स में मास्टर्स डिग्री है, जबकि डॉ पाठक ने दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में मणिपाल विश्वविद्यालय से बाल चिकित्सा और निवारक दंत चिकित्सा में मास्टर्स डिग्री हासिल की है। वहीं इस दंत चिकित्सक दंपति का कहना है कि वे संयुक्त अरब अमीरात में दंत चिकित्सा में नवीनतम नवाचारों और तकनीकों को लाने और इसे लोगों को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध कराने के इच्छुक हैं। वहीं डॉ शर्मा ने कहा कि “यह एक सामान्य धारणा है कि दंत चिकित्सा सेवाएं महंगी हैं, लेकिन हमारा उद्देश्य इसे यथासंभव उचित बनाना है।