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भारत से दुबई भेजी गई बनारसी लंगड़ा और चौसा आम की पहली खेप

भारत से बनारसी लंगड़ा और चौसा आम खाड़ी देश दुबई भेजा गया है और यह इस साल के आम की पहली खेप है।

जानकारी के अनुसार, खाड़ी देश भेजने से पहले आम को पहले वातानुकूलित ट्रक से पहले लखनऊ भेजा गया। वहां से शुक्रवार को दुबई के लिए रवाना किया गया वहीं अब आम रात आठ बजे दुबई पहुंचेगा।

वहीं इस साल खराब मौसम और कोरोना के कारण आम का निर्यात देरी होने के कारण सिर्फ चौसा और लंगड़ा भेजा गया है। इसमें आराजी लाइन ब्लाक के भिखारीपुर और बंगालीपुर गांव के 10 किसानों का 200 किलो लंगड़ा और एक टन (1000 किलो) चौसा आम शामिल है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के महाप्रबंधक डॉ। सीबी सिंह ने बताया कि पिछले दो दिनों से मौसम साफ होने के बाद साल की पहली आम की भेजी गई।

भारत से दुबई भेजी गई बनारसी लंगड़ा और चौसा आम की पहली खेप

 

इस वर्ष मौसम सही होने से आम की पैदावार अच्छी थी, लेकिन कोरोना के कारण स्थानीय बाजार में आम के अच्छे भाव नहीं मिले। किसानों ने बताया कि इस बार मंडी में बहुत कम आम बिके। हालांकि अब मंडियों में प्रदेश भर से आम की आवक है। जिससे स्थानीय क्षेत्र के 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिकने वाले आम 35 से 40 रुपये में बिक रहे हैं।

चिरईगांव, काशी विद्यापीठ, बड़ागांव, सेवापुरी, चोलापुर आदि ब्लॉकों में 900 हेक्टेयर में आम की बागवानी है। सबसे ज्यादा चिरईगांव और चोलापुर में आम की बागवानी है। चिरईगांव, चोलापुर, बड़ागांव में ही लंगड़ा आदि का 10 हजार मीट्रिक टन तक उत्पादन है।

आपको बता दें, इससे पहले पिछले साल 20 मई 2020 को तीन मीट्रिक टन आम दुबई भेजा गया था। वहीं बनारसी लंगड़ा आम की विदेशों में अधिक मांग है।