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जर्मनी की स्वास्थ्य एजेंसी ने करी घोषणा, भारत, ब्रिटेन, पुर्तगाल के यात्रियों पर से हटाएगा प्रतिबंध

जर्मनी की स्वास्थ्य एजेंसी ने एक बड़ी घोषणा करी है और ये घोषणा प्रतिबंध हटाने को लेकर है। दरअसल, बीते सोमवार को जर्मनी के स्वास्थ्य एजेंसी ने घोषणा करते हुए कहा कि वह यूके, भारत और तीन अन्य देशों के अधिकांश यात्रियों पर से प्रतिबंध हटा देगी।

वहीं रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट (आरकेआई) ने कहा कि भारत, नेपाल, रूस, पुर्तगाल और यूके, जो वर्तमान में कोराना वायरस वैरिएंट देशों के रूप में सूचीबद्ध हैं, उनमें संशोधन किया जाएगा।

ऐसे में इन देशों से आने वाले यात्रियों को आसानी होगी, जो प्रतिबबंध की वजह से जर्मनी में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे। हालांकि यात्रियों को क्वारंटाइन और कोरोना टेस्ट संबंधी सभी नियमों को पालन करना होगा।

जर्मनी ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए  “वायरस वैरिएंट कंट्री” की सूची बनाई है, जिसकी वजह से प्रतिबंधित देशों से यात्री जर्मनी की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं।

वहीं चांसलर एंजेला मर्केल ने शुक्रवार को लंदन की यात्रा के दौरान ब्रिटेन से यात्रियों के प्रति जर्मनी के रुख में संभावित नरमी का संकेत दिया। पिछले महीने, मर्केल ने ब्रिटेन से यात्रा करने वाले लोगों के लिए लंबे समय तक संगरोध सहित सख्त प्रतिबंधों का आह्वान किया था, जहां डेल्टा संस्करण ने मामलों में वृद्धि की है। लेकिन उसने संकेत दिया कि यात्रा सलाह की समीक्षा के रूप में रुख नरम हो सकता है।

जर्मनी की स्वास्थ्य एजेंसी ने करी घोषणा, भारत, ब्रिटेन, पुर्तगाल के यात्रियों पर से हटाएगा प्रतिबंध

वहीं उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि निकट भविष्य में, जिन लोगों को पूरी वैक्सीन मिल चुकी हैं, वे क्वारंटाइन में गए बिना फिर से यात्रा करने में सक्षम होंगे।

केवल जर्मनी के नागरिकों और निवासियों को एक भिन्न देश से प्रवेश करने की अनुमति है, हालांकि उन्होंने दो सप्ताह के लिए क्वारंटीन में जाना होगा, भले ही वे पूरी तरह से टीका लगाए गए हों या एक नकारात्मक कोविड -19 परीक्षण प्रदान कर सकते हैं।

डेल्टा संस्करण की बढ़ती हिस्सेदारी के बावजूद, हाल के हफ्तों में जर्मनी में समग्र घटनाओं में लगातार गिरावट आई है। आरकेआई ने सोमवार को पिछले 24 घंटों में 212 नए मामले और पिछले सात दिनों में प्रति 100,000 लोगों पर पांच नए संक्रमण की घटना दर्ज की गयी है।