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15 साल से UAE में रह रहा था भारतीय कामगार, घर जाने से पहले मां ने छोड़ी दुनिया, अब होना चाहता है अंतिम सं’स्कार में शामिल

New Delhi: दुनिया लगभग सभी देशों में इंटरनेशनल फ्लाइट की आवाजाही नहीं हो रही हैं। लेकिन इस बीच ही भारत सरकार दूसरे देशों में फंसे अपने नागरिकों कों वापस लेकर आ रही हैं। अपने पहले चरण में सरकार खाड़ी देशों भारतीयो को लेकर आ रही हैं। ‘ वंदे भारत मिशन’ के तहत UAE से वापस आ रहे रमेश कुमार पिछले 15 साल से संयुक्त अरब अमीरात में एक भारतीय कामगार की तरह रह रहे हैं। बीते शनिवार को ही उन्होंने अपनी मां अपनी को हमेशा हमेशा के लिए खो दिया है। रमेश की मां इंटरनेशनल मदर्स डे के एक दिन पहले ही दुनिया को छोड़कर चली गई है।

बता दें कि रमेश कुमार अपने परिवार में इकलौते बेटे हैं और UAE के अबू धाबी से हैदराबाद बीते दिन पहुंचे हैं। उन्हें उम्मीद हैं कि वो हैदराबाद में अपनी प्यारी मां का अंतिम संस्कार कर पाएंगे। हाल ही में एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “उन्होंने मुझे अकेला छोड़ दिया। उन्हे दिल का दौरा पड़ा था। मैं उनसे रोज बात करता था, अब जो बचा है वो सिर्फ मां की यादें हैं। मेरे लिए ये एक मुश्किल का पल और ये यात्रा भी बहुत ही दुख दायी है। मुझे नहीं पता कि मुझे क्या कहना है और अपनी भावनाओं को कैसे व्यक्त करना है। मैं सिर्फ अपनी मां को आखिरी बार देखना चाहता हूं। ”

15 साल से UAE में रह रहा था भारतीय कामगार, घर जाने से पहले मां ने छोड़ी दुनिया, अब होना चाहता है अंतिम सं'स्कार में शामिल

इसके साथ रमेश कुमार ने भारत सरकार के ‘वंदे भारत मिशन’ के लिए आभार व्यक्त किया हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनके समुदाय के सदस्य उन्हें अपनी मां का अंतिम संस्कार करने की अनुमति देंगे। दरअसल केंद्र सरकार के अनुसार, विदेश से भारत आने वाले हर प्रवासी को 14 दिनों तक क्वारटाइन में रखा जाने की बात कहीं गई है। ऐसे में रमेश कुमार के अपनी मां के अंतिम संस्कार में पहुंचना मुश्किल हो सकता है।

फिलहाल रमेश ने राज्य सरकार से एक अपील भी की और कहा कि-“मैं रमनपुर का मूल निवासी हूं। मैं थोड़ा आशंकित हूं कि लोग कैसे मुझे कैसे रिएक्शन देंगे। मैं तेलंगाना सरकार से अपील करता हूं कि वह मेरी यात्रा और घर की क्वारंटाइन की सुविधा के लिए कुछ करें। मैं सभी आवश्यक निवारक और एहतियाती उपायों का पालन करने के लिए तैयार हूं। मैं सिर्फ अपनी मां का अंतिम संस्कार करना चाहता हूं। ”