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यूएई में भारतीय डॉक्टर सुधीर रामभाऊ की कोरोना वायरस से हुई मौ’त

हाल ही में अरब अमीरात से भारत के लिए एक बुरी खबरी आई है। बता दें कि UAE में भारत के एक 61 साल के डॉक्टर की मौत हो गई है। या फिर यू कह लीजिए कि उन्होंने लोगों को कोरोना से बचाते हुए खुद कोरोना के शिकार हो गए और अबु धाबी के अल ऐन में कोरोना से जंग लड़ते हुए कोविड-19 का यह योद्धा श’हीद हो गया। इस खबर की पुष्टि रविवार को अबु धाबी के कई मीडिया हाउस ने दी है। डॉ. सुधीर रामभाऊ वाशिमकर भारत में नागपुर शहर के रहने वाले थे, जिनका शनिवार को अबू धाबी के अल ऐन के अस्पताल में बीते शनिवार को नि’धन हो गया।

वह वीपीएस हेल्थकेयर नेटवर्क के हिस्से अल ऐन में बुर्जेल रॉयल अस्पताल में काम कर रहे थे। प्राइवेट हैल्थ प्रदाता ने रविवार को अपने एक बयान में उनके निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि “ये एक बहुत द’र्दनाक और दुखदाई बात हैं कि वीपीएस हेल्थकेयर के डॉ. सुधीर रामभाऊ वाशिमकर अब हमारे बीच नहीं रहे है। इंटरनल मेडिसिन स्पेशलिस्ट सुधीर के इस असामयिक और चौंकाने वाले नि’धन पर पूरा वीपीएस शोक व्यक्त करता है।”

यूएई में भारतीय डॉक्टर सुधीर रामभाऊ की कोरोना वायरस से हुई मौ'त

इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जब सुधीर रामभाऊ ने शनिवार 6 जून को अपनी अंतिम सांस ली तो अल ऐन अस्पताल में उनका कोरोना वायरस का इलाज चल रहा था। डॉ. सुधीर वाशिमकर कोरोना वायरस के मरीज के इलाज कर रहे थे, तभी वो बीमार पड़ गए।

वहीं अस्पताल ने कहा “डॉ. सुधीर रामभाऊ वाशिमकर एक फ्रंटलाइन वॉरियर थे और बुर्जेल रॉयल अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज और उपचार करने में सबसे आगे थे। उन्होंने 9 मई को अपना कोरोना वायरस टेस्ट करवाया, जिसके रिजल्ट में वो पॉजिटिव आए। दो दिन बाद 11 मई को उन्हें अल ऐन अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। ” उनके दोस्त और कलींग्स इस बात की गवाही दे रहे हैं कि डॉक्टर सुधीर साल 2018 से वीपीएस अस्पताल में काम कर रहे थे।