Placeholder canvas

दुबई में कमाने गया था भारतीय कामगार, हुई मौ’त…अब राज्यसभा सांसद की मदद से लाया गया पार्थिव शरीर

अच्छी नौकरी और बेहतर सैलरी के सिलसिले में दुबई गए 37 वर्षीय भारतीय कामगार अशोक पटेल की इलाज के दौरान मौ’त हो गई है। बिहार के चौतरवा थाना क्षेत्र के पूर्वी लगुनाहा गांव के रहने वाले कामगार की संदिग्ध परिस्थितियों में दुबई में मौ’त हो गई।

काम करने के दौरान दुबई में तबीयत खराब होने के बाद इलाज के लिए कामगार को दुबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तो’ड़ दिया था। मामले की सूचना मिलने के बाद मृतक की पत्नी ने राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे को पत्र लिखकर पति का श’व वापस लाने की मांग की थी। मृ’त’क की पत्नी शारदा के अनुसार उनके पति नौकरी करने के लिए दुबई गए हुए थे।

फोन पर मिली थी मौ’त की सूचना

जहां पर उनकी तबीयत बिग’ड़ने के बाद उनकी कंपनी के साथी कर्मचारियों ने उन्हें दुबई के इब्राहिम बिन हमाद आबिद अल्ला’ह हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट कराया था। जहां पर इ’ला’ज के दौरान कामगार ने 9 दिसंबर को अंतिम सांस ली थी। जिसकी सूचना मृ’त’क की पत्नी शारदा देवी को दी गई थी।

राज्यसभा सांसद ने कामगार का श’व वापस लाने में की मदद

दुबई में कमाने गया था भारतीय कामगार, हुई मौ'त...अब राज्यसभा सांसद की मदद से लाया गया पार्थिव शरीर

मृतक की पत्नी शारदा देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे उन्होंने अपने पति के शव को वापस लाने के लिए गुहार लगाई थी। क्योंकि दुबई में ऐसा कोई भी नहीं था जो उनके पति के श’व को वापस लाने में उनकी मदद करें। जिसके बाद राज्यसभा सांसद ने विदेश मंत्रालय से बातचीत करके किसी तरह मृ’त’क कामगार का श’व सोमवार को देर शाम बिहार स्थित कामगार के घर पहुंचाने में सफलता पाई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार व्यक्ति के घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते वह दुबई नौकरी करने गया था। राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे के प्रतिनिधि शिबू चौबे ने बताया कि सतीश चंद्र दुबे के अथक प्रयास से कामगार का शव वापस लाया जा सका है।