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ईरान के यात्री विमान को अमेरिकी ल’ड़ाकू विमानों ने हवा में घेरा, दहशत में आए यात्री

ईरान के एक यात्री विमान को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है खबर है कि ईरान के एक यात्री विमान का एक विडियो सामने आया है जिसमे देखा गया है कि दो F-15 विमानों ने सीरिया के हवाई क्षेत्र में ईरान के एक यात्री विमान को  घेर लिया। जिसके बाद ईरान के इस यात्री विमान को अपना रास्ता बदलना पड़ा।

ईरान की सरकारी न्‍यूज एजेंसी के अनुसार, अमेरिका के दो F-15 विमानों ने ईरान के एक यात्री विमान को सीरिया के हवाई क्षेत्र में घेर लिया। जिसके बाद इस विमान के पायलट ने कोई हादसा ना हो इसलिए विमान रास्ता बदल दिया। वहीं अगर अगर इन विमानों के बीच टक्‍कर हो जाती तो बड़ी संख्‍या में यात्रियों की मौत ही जाती। जानकारी के अनुसार, इस घटना के वीडियो भी समाने आया है जिसमे देखा जा सकता है कि यात्री विमान में सवार लोग फाइटर जेट देखकर दहशत में आ गए और चीखने चिल्‍लाने लगे।

वहीं इस मामले को लेकर ईरान ने कहा था कि इजरायल का एक फाइटर जेट उसके यात्री विमान के पास आ गया था लेकिन बाद में पायलट के हवाले से कहा कि ये दो थे और खुद को अमेरिकी बता रहे थे। उधर, ईरान के इस आरोप पर अमेरिका के सेंट्रल कमांड ने कहा है कि उसके एफ-15 विमानों ने अपने अल तंफ एयरबेस की सुरक्षा के लिए ‘अंतरराष्‍ट्रीय मानकों के अनुरुप’ ईरान के यात्री विमान की जांच की थी।

इसी के साथ अमेरिका ने इस मामले को लेकर कहा कि उसके फाइटर जेट महान एयर के विमान से 1 हजार मीटर की दूरी पर थे। अमेरिका ने कहा कि जब उसके विमानों ने पाया कि यह यात्री विमान है तो उन्‍होंने सुरक्षित दूरी बना ली। इस बीच ईरान ने कहा है कि उसके यात्री विमान के पायलट ने ही अमेरिकी फाइटर जेट के पायलटों को चेतावनी दी थी कि वे सुरक्षित दूरी बनाए रखें। इन लड़ाकू विमानों ने खुद को अमेरिकी बताया था।

आपको बता दें, ईरान का यह यात्री विमान तेहरान से बेरुत जा रहा था और सूत्रों के मुताबिक यह बेरुत में सुरक्षित तरीके से उतर गया है। वहीं ईरान ने कहा है अब इस घटना की जांच की जा रही है और ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि सभी जरूरी कानूनी और राजनीतिक कार्रवाई की जाएगी। इजरायल और अमेरिका लंबे समय से आरोप लगाते रहे हैं कि महान एयर सीरिया और उसके बाह ईरान से जुड़े गुरिल्‍ला को हथियारों की सप्‍लाइ करती है। अमेरिका ने वर्ष 2011 में महान एयर पर प्रतिबंध लगा दिया था।