संयुक्त अरब अमीरात ने भारत में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों की वजह से यात्रा प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं इस बीच इस प्रतिबंध को लेकर संयुक्त अरब अमीरात के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक बड़ा बयान दिया है।
सोमवार को संयुक्त अरब अमीरात के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप से यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध हटाने का निर्णय इस बात पर निर्भर करता है कि सरकारें कोविड -19 महामारी को कैसे संभालती हैं।
वहीं अमीरात एयरलाइन एंड ग्रुप के शेख अहमद बिन सईद अल मकतूम, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी ने कहा कि “यह हमेशा इस बात पर निर्भर करता है कि सरकारें कोविड की स्थिति के साथ कैसे काम कर रही हैं। हम कोई तारीख तय नहीं कर सकते (प्रतिबंध हटाने के लिए)। प्रतिबंध हटने के साथ ही बाजार खुल रहे हैं और बंद हो रहे हैं। हम हमेशा दुनिया भर के लोगों को टीका लगाने और यात्रा प्रतिबंधों को कम करने के लिए हैं क्योंकि दुनिया इसी तरह आगे बढ़ेगी।
इसी के साथ ये भी कहा गया है कि भारत में कोविड -19 की दूसरी लहर में क्या हो रहा है, यह देखकर वास्तव में दुख होता है क्योंकि भारत हमारे संचालन के पहले बिंदुओं में से एक है और हमने माल और लोगों के मामले में दोनों देशों के बीच अच्छे यातायात का आनंद लिया। हम एक एयरलाइन के रूप में गैर-सरकारी संगठनों को मुफ्त में सहायता प्रदान करके वह कर रहे हैं जो संभव है।”
वहीं शेख अहमद ने जोर देकर कहा कि वैक्सीन को अनिवार्य बनाना सरकार का विशेषाधिकार है, लेकिन जोर देकर कहा कि यह उद्योग की सुरक्षा और पुनरुद्धार के लिए महत्वपूर्ण है। वहीं उन्होंने कहा कि एक ऐसा ऐप जो हवाई अड्डों से गुजरने में आसान है, समय की जरूरत है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि “यदि आपने टीका लगाया है तो यह आपके और दूसरों के लिए हमेशा अच्छा होता है। मुझे लगता है कि लोगों को खुद को टीका लगाने का अवसर लेना चाहिए यदि यह उनके देश में उपलब्ध है, चाहे वे कहीं भी हों।
आपको बता दें, यूएई ने भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल के यात्रियों पर कोविड -19 मामलों की अधिक संख्या के कारण प्रतिबंध लगा दिया है।