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दुबई से लौटा भारतीय कामगार का पा’र्थिव शरीर, 40 दिनों की शोक सभा कर रहा था परिवार

दुबई से एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि 40 दिनों के बाद यहां से राजस्थान के पन्नेसिंह का पा’र्थि’व श’ऱीर स्वदेश लौटा है। जानकारी के अनुसार, राजस्थान के पन्नेसिंह दुबई की एक कंपनी में काम करते थे और 7 मार्च को ड्यूटी के दौरान उन्हें हा’र्ट अ’टै’क आया और उनकी मौ’त हो गयी लेकिन कंपनी ने उनके श’व को उनके देश नहीं भेजा। जिसके बाद भारतीय मीडिया ने इस खबर को प्रसारित किया। जिसके असर से सरकार हरकत में आई और अब श’व स्वदेश पहुंच जाएगा।

वहीं जब तक पन्नेसिंह का श’व दुबई से नहीं लौटा था तब तक परिजन व ग्रामीण 40 दिन से शौ’क बैठक कर रहे हैं।

दुबई से लौटा भारतीय कामगार का पा'र्थिव शरीर, 40 दिनों की शोक सभा कर रहा था परिवार

 

इसी के साथ ग्रामीण शीशराम ने पन्नेसिंह के मामले को लेकर कहा कि मौ’त के बाद कंपनी को सं’वेद’नशीलता का परिचय देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मेडिकल रिपोर्टों में वहां के अस्पताल या फिर कंपनी ने हेराफेरी की और जिस पन्नेसिंह की मौ”त हार्ट अ’टै’क से हुई। उसे कोरोना पॉ’जिटिव बताया जा रहा है, लेकिन परिजनों की जि’द के आगे कंपनी की एक नहीं चली और आखिरकार 40 दिन बाद उसका श’व भेजने की स्वीकृति प्रदान कर दी।

वहीं उन्होंने ये भी कहा कि होली पर वह घर आने वाला था। लेकिन इससे पहले ही मौ’त हो गई। वहां की सरकार कोरोना का ह’वा’ला देते हुए श’व भारत नहीं भेज रही थी। पन्नेसिंह की मृ’त्यु 9 मार्च को हुई।

पन्नेसिंह करीब दो-ढाई साल से दुबई की कंपनी अल बस्ती एंड मुक्था एलएलसी दुबई में काम करता था। उसने गांव के लोगों से क’र्जा लेकर मकान पिछले दिनों ही बनाया था। जिसकी उसे टें’शन थी। उसका सपना था कि मकान बनने के बाद वह अपनी दो बेटियों और बेटे की शादी कर दें।