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शारजाह के अल कादिसिया जिले के 60 से अधिक घरों को मिला नोटिस, इन लोगों को निकाला जाएगा बाहर

हाल ही में सर्वोच्च परिषद के सदस्य और शारजाह के शासक डॉ. शेख सुल्तान बिन मोहम्मद अल कासिमी ने आदेश दिया है कि शारजाह में अल कादिसिया जिले से सभी कामगारों और सिंगल लोगों से ये जगह खाली करवाई जाए। वहीं शारजाह अधिकारियों ने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है, ताकि कामगारों और सिंगल लोगों को अल कादिसिया क्षेत्र खाली कराया जा सके।

वहीं शारजाह के शासक द्वारा लिया गये ये फैसला शारजाह अमीरात में परिवारों के लिए बने सभी क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। गल्फ न्यूज़ के मुताबिक, शारजाह सिटी नगर पालिका के महानिदेशक थाबिट अल तुरैफी ने इस मामले को लेकर कहा है कि शारजाह पुलिस अधिकारियों के साथ नगरपालिका निरीक्षकों ने रविवार को तुरंत अल कादिसिया जिले में जाकर निर्णय को लागू करना शुरू कर दिया।

शारजाह के अल कादिसिया जिले के 60 से अधिक घरों को मिला नोटिस, इन लोगों को निकाला जाएगा बाहर

वहीं अधिकारियों ने 60 से अधिक घरों को नोटिस जारी किए। उन्हें ऐसे घर मिले जहाँ 12 व्यक्ति एक ही निवास में रह रहे थे। अन्य घरों को दो भागों में विभाजित किया गया था एक परिवारों के लिए और दूसरा हिस्सा कामगारों के लिए। इसके अलावा कई गं’भीर उ’ल्लंघन किए गए थे और नोटिस दिए गए थे। इलाके में यूएई रेजीडेंसी कानून के उ’ल्लंघनकर्ता भी पाए गए।

अल तुरैफ़ी ने कहा कि वे एक सप्ताह के लिए क्षेत्र की निगरानी करेंगे और सभी घरों को सूचीबद्ध करेंगे, जो कि सिंगल लोगों, कामगारों, उल्लंघनकर्ताओं, अ’वैध जोड़ों और समान व्यक्तियों को समायोजित करते हैं। इन लोगों के घर के लिए संदिग्ध इमारतों का निरीक्षण करने के लिए सभी कानूनी उपाय किए गए हैं। पुलिस उन व्यक्तियों से निपटेगी जो कानून के अनुसार निर्णय का पालन करने से इनकार करते हैं। उन्होंने कहा कि परिवारों के लिए सभी क्षेत्रों में  कुंवारे, मजदूरों और उल्लंघनकर्ताओं को हटा दिया जाएगा।

इसी के साथ अल कादिसिया क्षेत्र के बाद, निरीक्षक अल नसेरिया, मेसालून और अल फेहा जाएंगे। शारजाह में अल कादिसिया क्षेत्र अल कुवैती अस्पताल का घर है। इस क्षेत्र में घर और विला शामिल हैं जहां विभिन्न राष्ट्रीयताओं के परिवार रहते हैं।

आपको बता दें, एक अमीराती महिला ने फोन कॉल करके इस इलाके में कामगारों और सिंगल लोगों की मौजूदगी की शिकायत करी थी कि वह अपने बच्चों और अपने परिवार के लिए असुरक्षित महसूस करती थी क्योंकि एकल पुरुषों को उसके घर के पास भीड़ लगाते हुए देखा गया था। जिसकी वजह से इस मामले पर ये बड़ा फैसला लिया गया है।