हाल ही में लेबनान की राजधानी बेरूत में एक बड़ा वि’स्फो’ट हुआ और इस वि’स्फो’ट में बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्ष’तिग्र’स्त हो गईं। साथ ही इस वि’स्फो’ट में कई लोगों की जा’न चली गयी और कई हज़ार लोग घा’यल हो गए। वहीं इस वि’स्फो’ट को लेकर यूएई के उप-राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने शो’क व्यक्त किया है।
बेरुत में हुए विशाल वि’स्फो’ट को लेकर शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने लेबनान के लोगों को धैर्य और सांत्वना देने के लिए अल्लाह से प्रार्थना करते हुए ट्विटर पर एक संदेश भेजा।
تعازينا لأهلنا في لبنان الحبيبة .. اللهم ارحم من انتقلوا إليك .. اللهم الطف بأهلها ..
اللهم ألهم شعب لبنان الصبر والسلوان .. pic.twitter.com/ZXVqUIXMUk— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) August 4, 2020
वहीं यूएई के विदेश मामलों के राज्य मंत्री डॉ. अनवर मोहम्मद गर्गाश ने भी “लेबनान की रक्षा” और “उनके घावों को भरने” के लिए एक छोटी सी प्रार्थना पोस्ट करके अपनी संवेदना व्यक्त की।
قلوبنا مع بيروت وأهلها.
دعاؤنا في هذه الساعات العصيبة أن يحفظ رب العالمين لبنان الشقيق واللبنانيين، وأن يخفف مصابهم ويضمد جراحهم، ويحفظ بيوتهم من الأحزان والآلام. pic.twitter.com/k1Hf3ftfMS— د. أنور قرقاش (@AnwarGargash) August 4, 2020
जानकारी के अनुसार, लेबनान की राजधानी बेरूत में ये ध’मा’का 2750 टन अ’मोनियम नाइट्रेट की वजह से हुआ और इस बात की जानकारी लेबनान के राष्ट्रपति ने दी है। उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि ये धमा’का 2750 टन अमोनियम ना’इट्रेट की वजह से हुआ, जो बंदरगाह पर 6 सालों से बिना किसी सुरक्षा के रखा हुआ था। साथ ही लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिआब ने ये भी कहा कि इस ध’माके के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए इस वि’स्फोट की वजह से लोगों के घरों में कांच को चक’नाचूर हो गये साथ ही और अपार्टमेंट बालकनियों पर भी धमा’के का असर हुआ। वहीं इस हा’दसे की कई सारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है यहां के निवासियों द्वारा साझा किए गए विस्फोट के फुटेज में वि’स्फोट के बाद शहर के बंदरगाह क्षेत्र से एक मशरूम बादल दिखाई दे रहा है। वहीं इस वि’स्फोट के कई घंटे बाद भी एंबु’लेंस घायलों को अस्प’ताल पहुंचा रही हैं। साथ ही सेना के हेलीकॉप्टर पोर्ट पर लगी आग को बुझाने में मदद कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि कई घा’यलों की स्थिति बेहद नाजुक है, ऐसे में मृ’तकों की संख्या काफी बढ़ सकती है।