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मालदीव से 588 भारतीयों को लेकर रवाना हुआ नौसेना का INS Jalashwa

कोरोना वायरस के कारण भारत में लगे लॉकडाउन की वजह से विदेशों में कई लाख लोग विदेशों में फंसे हुए है और इन सभी लोगों को मिशन वंदे भारत के जरिये वापस लाया जा रहा है। इस मिशन के लिए भारतीय नौसेना के युद्धपोत को भी चुना गया है। वहीं शनिवार को भारतीय नौसेना का आईएनएस जलाशवा मालदीव में फंसे लगभग 588 भारतीयों को लेकर दूसरी बार कोच्चि के लिए रवाना हो गया है।

जानकारी के अनुसार, जिन लोगों को भारतीय नौसेना के आईएनएस INS Jalashwa के जरिये मालदीव से भारत लाया जा रहा है उनमे 21 बच्चे, 497 लोग और 6 गर्भवती महिलाएं और 64 अन्य महिलाएं शामिल है। वहीं INS Jalashwa मालदीव से कोच्चि पोर्ट पर कल आएगा। मालदीव से कोच्चि के 700 किलोमीटर के सफ़र को पूरा करने में उसे 35 घंटे लगेंगे। बता दें, जलाश्व को शुक्रवार शाम को भारत के लिए रवाना होना था। लेकिन खराब मौसम और भारी बारिश व तूफान की वजह से उसे भारत के लिए रवाना नहीं किया गया।

मालदीव से 588 भारतीयों को लेकर रवाना हुआ नौसेना का INS Jalashwa

इससे पहले कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बीच के मिशन वंदे भारत के पहले चरण में ‘आईएनएस जलाश्व’ और ‘आईएनएस मगर’ की मदद से 8 और 12 मई तक 698 तथा 202 भारतीयों को लेकर आए थे। वहीं भारतीय नौसेना ने बताया, कि ‘‘आईएनएस जलाश्व ऑपरेशन समुद्र सेतु के दूसरे चरण की शुरुआत के लिए मालदीव लौट गया है।” जिसके बाद अब मिशन वंदे भारत का दूसरा चरण शुरू हो गया है।

आपको बता दें, ऑपेरशन समुद्र सेतु के तहत नौसेना विदेशो में फंसे भारतीय लोगो को निकाल रही है। वंदे भारत मिशन के जरिये विदेशों में फंसे भारतीयों लोगों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने एयर इंडिया और नौसेना के दो युद्धपोत को चुना है जो चरणबद्ध तरीके से विदेशों में फंसे लोगों को वापस स्वदेश ला रही है।