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नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंट ने भेजा दुबई, 6 दिन तक करता रहा गुमराह; बाद में बुर्ज खलीफा पर छोड़ दिया

दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठने की खबर सामने आई है। दरअसल, मंदसौर में एजेंट ने जावरा क्षेत्र के युवाओं को दुबई में नौकरी दिलाने का वादा किया। उनसे लाखों रुपए ले लिए और इसके बाद युवाओं को दुबई भेजा, लेकिन बाद में बुर्ज खलीफा, अजमान सिटी और अलबरा चौराहा पर छोड़ दिया।

जानकारी के अनुसार, मंदसौर में जिस एजेंट ने जावरा क्षेत्र के युवाओं को दुबई में नौकरी दिलाने का वादा  किया था उसने युवाओं को दुबई भेजने के बाद कहा कि उन्हें आज-कल में नौकरी मिल जायगी। ऐसे कहते हुए 6 दिन गुमराह किया और बड़ा में उसे बुर्ज खलीफा, अजमान सिटी और अलबरा चौराहा पर छोड़ दिया।

नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंट ने भेजा दुबई, 6 दिन तक करता रहा गुमराह; बाद में बुर्ज खलीफा पर छोड़ दिया

वहीं इसके बाद इन युवाओं ने परिजन से फोन लगाकर मदद मांगी और जैसे-तैसे वापस घर लौटे। वहीं एजेंट को जो एडवांस रुपए दिए थे उनके एवज में दिया गया चेक बाउंस हो गया। रुपए मांगने पर वह जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। ये घटनाक्रम सालभर पुरानी है लेकिन हाल ही में प्रभावित युवाओं ने एसपी से इस मामले की शिकायत करी है।

इसी के साथ बिनोली केतेजुलाल सूर्यवंशी ने बताया सालभर पहले रोजाना प्राइवेट स्कूल में टीचर था। तब एक परिचित ने मंदसौर निवासी मोहम्मद जाहिद से मिलवाया। जाहिद ने बताया मैं एजेंट हूं। दुबई में नौकरी दिला दूंगा। 12 जनवरी 2020 को वह मुझे, मांडवी निवासी राजेश श्रीमाल व सईद खान सहित अन्य जिले के कुछ युवाओं को मुंबई ले गया। 16 जनवरी 2020 की रात 10 बजे पासपोर्ट, वीजा दिया और एक घंटे बाद फ्लाइट थी। वीजा पर टूरिस्ट विजा लिखा था उसने कहा दुबई जाने के बाद वीजा बदल जाएगा।

नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंट ने भेजा दुबई, 6 दिन तक करता रहा गुमराह; बाद में बुर्ज खलीफा पर छोड़ दिया

दुबई एयरपोर्ट पहुंचे तो दो व्यक्ति व एक महिला वहां के एजेंट के रूप में मिले। वे अजमान सिटी ले गए। एक कमरे में बंद कर दिया, जहां पहले से दो-तीन युवा बंद थे। वहीं वे बोले कि तुम यहां क्यों आए, फंस गए हो। दो-तीन दिन बंद रहे और मौका पाते ही वापस एयरपोर्ट पहुंचे लेकिन एजेंट हमें ढूंढते हुए आ गए। मौके पर विवाद हुआ तो वे हमें बुर्ज खलीफा के पास ले गए। कुछ को अलबरा चौराहे पर छोड़ दिया और हमें अलग-अलग कर दिया। मैंने वहां की सिम खरीद ली थी तो उससे बिनोली में भाई पूरन को फोन किया। उसने वापसी की टिकट करवाई और फोन पर हम दोस्तों ने संपर्क किया। 24 जनवरी की रात वहां से एक स्थानीय व्यक्ति की मदद से एयरपोर्ट पहुंचे। फिर भारत लौटे।

वहीं तेजुलाल ने बताया मैंने कर्ज उठाकर 96 हजार जाहिद को दिए थे। दुबई में भी करीब 30 हजार रुपए खर्च हुए। राजेश व सईद ने सवा-सवा लाख रुपए जाहिद को दिए थे। वे भी रुपए के लिए परेशान हैं लेकिन वह नहीं लौटा रहा। इसी क इ सरह प्रभावित युवकों को बुधवार को बुलाया है। उनसे पक्ष सुनने के बाद जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।