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UAE के 2,794 कामगारों को घर पर मिली बची हुई सैलेरी, इस तरह से हुई समस्या का निदान

Abu Dhabi Labour Court ने 4 कंपनियों में काम करने वाले 2,794 कामगारों के हित में बड़ा फैसला लिया है। दरअसल इन सभी कामगारों के बकाया सैलरी का सफलतापूर्वक निपटान अबूधाबी लेबर कोर्ट से किया गया, जिससे 2,794 कामगारों को बचा हुए भुगतान प्राप्त हुआ। मिली जानकारी के अनुसार अनपेड पैन्डिंग सैलेरी करीब Dh261 मिलियन थी।

खास बात यह रही है अदालत ने कामगारों के हित में त्वरित कानूनी उपाय किए और अनपेड सैलरी विवाद को सीधे मोबाइल कोर्ट पर कामगारों के निवास स्थान पर ले जाकर समाप्त कर दिया, ताकि उनके पक्ष में जारी किए गए न्यायालय के निर्णयों के अनुसार उनके वित्तीय अधिकारों को सौंप दिया जा सके।

Abu Dhabi Labour Court ने पुष्टि की कि मामलों का शीघ्र निपटारा और एक कुशल न्याय के लिए कामगारों को बकाया राशि सौंपना अबू धाबी न्यायिक विभाग (एडीजेडी) के मुख्य उद्देश्यों में से एक है।

UAE के 2,794 कामगारों को घर पर मिली बची हुई सैलेरी, इस तरह से हुई समस्या का निदान

 

Abu Dhabi Labour Court ने बताया कि उसने सामूहिक विवादों से निपटने के लिए एक स्पष्ट तंत्र अपनाया है और दावों के पंजीकरण की सुविधा और तेजी से, मामलों की सुनवाई और प्रत्येक कामगार के अधिकारों के साथ निर्णय देने के लिए रिकॉर्ड समय में इसे निपटाया है।

इसके साथ ही एक न्यायालय आदेश भी जारी किया गया कि कामगारों को उनके निवास स्थान पर ही रखा जाए और उन्हें तब तक बेदखल न किया जाए जब तक कि उन्हें उनका पूरा अधिकार न मिल जाए, साथ ही साथ कामगारों के निवास स्थान को अन्य कंपनियों में स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाए।

गौरतबल है कि यह पहली बार नहीं है, जब Abu Dhabi Labour Court ने कामगारों के हित में अनपैड सैलरी का समाधान किया हो। इसके पहले भी बीते साल अबू धाबी में काम करने वाले 23, 000 से अधिक कामगार की बची हुई सैलरी मोबाइल लेबर कोर्ट के जरिए से हल किया था। 23,000 से ज्यादा कामगारों को दी गई ये अनपेड पैन्डिंग सेलेरी करीब Dh261 मिलियन रही। खास बात यह रही है कि मोबाइल लेबर कोर्ट के जरिए सैलरी की समस्या को उनके घर के गेट पर दी गई है।