1 अगस्त को UAE ने अबू धाबी में बराक परमाणु ऊर्जा उत्पादन शुरू कर दिया है। जिसके बाद यूएई परमाणु ऊर्जा उत्पादन करने वाला अरब दुनिया का पहला देश बन गया है।
संयुक्त अरब अमीरात और दुबई के शासक और उप-प्रधान मंत्री महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतौम ने यूएई के बाराकाह परमाणु संयंत्र के सफल उद्घाटन की घोषणा करी और इस बात की जानकारी उन्होने ट्वीट करके दी।
संयुक्त अरब अमीरात और दुबई के शासक और उप-प्रधान मंत्री महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतौम ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुआ कहा कि “आज हम अबू धाबी में बाराकाह परमाणु ऊर्जा स्टेशनों पर अरब दुनिया में पहले शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा रिएक्टर के संचालन में यूएई की सफलता की घोषणा करते हैं। कार्य दल परमाणु ईंधन पैकेज को लोड करने, व्यापक परीक्षण करने और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा करने में सफल रहे। मैं अपने भाई मोहम्मद बिन जायद को इस उपलब्धि के लिए शुभकामना देता हूं। ”
نعلن اليوم عن نجاح دولة الإمارات في تشغيل أول مفاعل سلمي للطاقة النووية في العالم العربي، وذلك في محطات براكة للطاقة النووية بأبوظبي .. نجحت فرق العمل في تحميل حزم الوقود النووي واجراء اختبارات شاملة وإتمام عملية التشغيل بنجاح . أبارك لأخي محمد بن زايد هذا الانجاز .. pic.twitter.com/e8VHz4o6BY
— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) August 1, 2020
जानकारी के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी के अल धफराह क्षेत्र में स्थित बराक परमाणु ऊर्जा संयंत्र की यूनिट 1 को सफलतापूर्वक शुरू किया है। वहीं यह कदम यूएई के बहुत ही एतिहासिक है क्योंकि ये अगले 60 सालों के लिए देश के लिए स्वच्छ बिजली पैदा करने की प्रक्रिया का हिस्सा होगा।
वहीं ये बाराकाह प्लांट करीब 22.4 अरब डॉलर की लागत से बना है और प्लांट अबू धाबी के पश्चिम में खाड़ी के तट पर है। इसे कोरिया इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन के नेतृत्व में एक कंसोर्टियम बना रहा है। वहीं पूरी तरह चालू होने के बाद संयंत्र के चार रिएक्टरों से 5,600 मेगावाट बिजली पैदा होगी। यह संयुक्त अरब अमीरात की एक चौथाई बिजली की जरूरत पूरी कर सकता है।
आपको बता दें, यूएई के सात अमीरातों में करीब एक करोड़ की आबादी है। इनमें ज्यादातर लोग विदेशी हैं। वहीं कांच की बनी इमारतों वाले इस देश को सबसे ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है और गर्मियों में यहां के एयर कंडिशन संयंत्रों के लिए बिजली की भारी जरूरत होती है।