जहां इस समय सभी देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं वहीं इस बीच संयुक्त अरब अमीरात पहली बार मंगल की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाने जा रहा है।दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात जुलाई में पहली बार मंगल पर अपना अंतरिक्ष यान भेजने वाला है और ये अरब जगत का पहला अंतरिक्ष यान होगा। इस यान का नाम ‘होप प्रोब’ रखा गया है और अभियान का नाम अमीरात मंगल मिशन (ईएमएम) रखा गया है।
मंगलवार को अमीरात मार्स मिशन (ईएमएम) ने घोषणा करी कि,” यूएई का मार्स मिशन होप प्रोब (अरबी में अल अमल) 15 जुलाई को ठीक 12:51:27 पूर्वाह्न (यूएई समय) पर लाल ग्रह की अपनी यात्रा शुरू करेगा, वहीं उन्होंने ये भी बताया कि यह मंगलयान 15 जुलाई को जापान के दक्षिण पश्चिमी जापान के कागोशिमा प्रान्त में तनेगाशिमा स्पेस सेंटर (टीएनएससी) से लॉन्च किया जायेगा। वहीं समुद्र के रास्ते इस अंतरिक्ष यान को पहुंचाया गया है, जिसके बाद इस अंतरिक्ष यान की लॉन्चिंग की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
इस मार्स मिशन को लेकर यूएई स्पेस एजेंसी (यूएईएसए) और मुहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर (एमबीआरएससी) ने कहा है कि यदि यह मिशन सफल रहा तो यह मंगल के वातावरण की तस्वीरें लेने वाला पहला यान होगा। वहीं यूएईएसए के अध्यक्ष अहमद बेलहौल अल फलासी ने कहा है कि इस मिशन की सफलता अरब और इस्लामिक जगत के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
जानकारी के अनुसार ये अंतरिक्ष यान ‘होप प्रोब’ का मुख्य संरचना एक एल्यूमीनियम शीट से बना है जो की बाहर क्यूबिकल है। यह 2।3 measures मीटर चौड़ा, 2.9 मीटर लंबा है, और पूरी तरह से ईंधन भर जाने पर इसका वजन लगभग 1,500 किलोग्राम है। ‘मंगल होप प्रोब’ में 700 किलोग्राम हाइड्रोजन ईंधन भरा जायेगा। वहीं ‘मंगल होप प्रोब’ को मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज़ (MHI) H-IIA रॉकेट के जरिये ले जाया जाएगा। जिसके बाद ये ‘मंगल होप प्रोब’ मंगल तक पहुंचने और परिक्रमा करने के लिए 495 मिलियन किलोमीटर की यात्रा करेगा।
वहीं इस मिशन के जरिये मंगल के वातावरण के विभिन्न स्तरों से लेकर इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि लाल ग्रह से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन खत्म होने की वजह क्या रही। वहीं ये अंतरिक्ष यान अगले साल फरवरी में मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश करेगा।