संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने अपने उन नागरिकों की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। जिन्होंने अब तक कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं लगवाई है।
न्यूज़ एजेंसी डब्ल्यू ए एम के मुताबिक शनिवार को विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय आपात एवं आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के हवाले से कहा कि 10 जनवरी तक वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों को विदेश यात्रा की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी।
आपको बता दें कि कोरोनावायरस की दोनों वैक्सिंग लेने के बावजूद भी विदेश यात्रा करने के लिए बूस्टर डोज लेना अनिवार्य होगा। ऐसी स्थिति में अब कोरोनावायरस की दोनों डोज लेने वाले व्यक्तियों को तीसरी खुराक यानी कि बूस्टर डोज भी लेनी पड़ेगी। ये प्रतिबंध चिकित्सा और मानवीय छूट वाले व्यक्तियों पर लागू नहीं होगा।
इंटरनेशनल पैसेंजर्स का आरटी पीसीआर टेस्ट
#NCEMA and @MoFAICUAE: Ban on Travel on UAE citizens unvaccinated with #Covid19 vaccine, starting Jan 10, 2022, with a requirement to obtain the booster dose for the fully vaccinated. With an exemption for medically exempted from taking the vaccine, humanitarian & treatment cases pic.twitter.com/zUw1FoSLBt
— NCEMA UAE (@NCEMAUAE) January 1, 2022
दुबई आने वाली सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स की कुछ यात्रियों का रेंडम आरटी पीसीआर टेस्ट किए जाने का फैसला किया गया है। इस नए दिशा निर्देश के मुताबिक भारत,बांग्लादेश, ब्राजील, पाकिस्तान और रूस देशों से आने वाले यात्रियों का आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्क्रीनिंग लिस्ट में ना होने के बावजूद भी उड़ान के यात्रियों की अतिरिक्त जांच की जा रही है।
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई यूएई की चिंता
दुबई की मीडिया ने खलीज टाइम्स को दिए अपने एक बयान में इस बात की पुष्टि की है कि एमिरेट्स की वेबसाइट के अनुसार यात्रियों को आरटी पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है। जबकि इंग्लैंड से आने वाली उड़ानों के पैसेंजर के पास निगेटिव कोविड-19 पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट होना अनिवार्य है, जो अधिकतम 72 घंटे पहले की हो।
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से कोरोना के केस में इजाफा देखने को मिल रहा है। खास तौर पर कोरोना का ओमीक्रोन वैरिएंट दुनिया के कई देशों के लिए मुसीबत खड़ा कर दिया है। यूएई के अलावा भारत में भी बीते कुछ दिनों में कोरोना के केस में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि यात्रा संबंधी नए प्रतिबंध दुनिया के कई देश लगा रहे हैं।