Placeholder canvas

वंदे भारत मिशन की REPATRIATION FLIGHT में सवार होकर UAE से भागा धांधले बाज, 12 करोड़ से ज़्यादा का लगाया चुना

आज तक आपने कई सारे घोटले और धांधले बाजी के बारे में सुना हैं, लेकिन इस बार जो हम आपको घोटले और धांधले की खबर सुनाने जा रहे है। उसके बारे में जानने के बाद तो आपके होश ही उड़ जाएंगे। दरअसल UAE के आबू धाबी में रह रहा योगेश अशोक वरियावा नाम के भारतीय प्रवासी ने रॉयल लक फूडस्टाफ ट्रेडिंग नाम से एक कंपनी को रजिस्टर करवाया।

जिसके बाद वो UAE के वेंडर से DH6,000,000 यानी भारतीय 12 करोड़ रुपए के कई सारे सामान, जैसे हैंड सेनिटाइजर, मास्क , खजूर, बीफ , पिस्ता , बादाम और कई तरह की चीजे खरीदी और वो भी अलग अलग दुकानों से खरीदी। समान खरीदने के बाद योगेश ने अपनी फर्जी कंपनी की दुकान बंद की, और भारतीय REPATRIATION FLIGHT में सवार होकर UAE देश छोड़कर भारत वापस चला गया।

गल्फ न्यूज के अनुसार, फर्जी रॉयल फूडस्टाफ ट्रेडिंग सामानों के मालिक और इस घोटाले के मुख्य संदिग्ध योगेश अशोक वरियावा ने वंदे भारत मिशन के तहत 11 मई को अबु धाबी से हैदराबाद के लिए उड़ान भरी। खबरों से पता चला है कि धंधलेबाज योगेश की अनिवार्य दो हफ्ते की क्वारंटाइन अवधि भी 25 मई को खत्म हो गई। अब वो हैदराबाद में गुमनाम हो गया है।

वंदे भारत मिशन की REPATRIATION FLIGHT में सवार होकर UAE से भागा धांधले बाज, 12 करोड़ से ज़्यादा का लगाया चुना

वहीं सामान लेने के बाद योगेश ने सभी लेनदार को चेक साइन करके दिया। जो कि पोस्ट डेटेड है। जब लोगों ने अपना ये चेक बैंक में लगाया तो सभी के चेक बाउंस हो गए।ऐसे में वे योगेश के ऑफिस गए। लेकिन वहां ताले लगे थे। साथ ही कंपनी के वेयरहाउस भी खाली पड़े थे।

जिसके बाद सभी लोग एक एक करके अपना चैक लेकर इंडियन एम्बीसी में पहुंच गए। जिसके बाद अब ये मामला सामने आया है। खबरों के मुताबिक इंडियन एम्बीसी के पास अब तक 12 करोड़ रुपए का चेक आ चुका है। उम्मीद की जा रही हैं कि अभी और भी चेक सामने आएंगे, और ये लिस्ट काफी लंबी होगी।

वंदे भारत मिशन की REPATRIATION FLIGHT में सवार होकर UAE से भागा धांधले बाज, 12 करोड़ से ज़्यादा का लगाया चुना

वहीं इस पूरे मामले पर कॉन्सुल जनरल विपुल ने कहा कि ठगी के शिकार लोगों की हरसंभव मदद की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ठगी के शिकार लोगों की पूरी सहायता जाएगी, हालांकि उन्होंने बताया कि अभी तक ठगे गए व्यापारी उनसे मिले नहीं हैं।